मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अतिवृष्टि से 33 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर अविलंब आर्थिक सहायता प्रदान करने और शीघ्र गिरदावरी करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उन्होंने कृषि, राजस्व एवं सहकारिता विभाग के मंत्री एवं सचिवों को 6 सदस्यीय समिति गठित करने को भी कहा है।
मुख्यमंत्री सोमवार को अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर जिला प्रभारी मंत्री एवं सचिव की एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह समिति फसल क्षति पर सहायता प्रदान करने के कार्य की निगरानी करेगी और बीमा कंपनी एवं किसानों के बीच समन्वय स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री ने किसानों को शीघ्र राहत प्रदान करने की सख्त बात कही है, इसलिए उम्मीद है कि किसानों को जल्द ही सरकारी राहत मिल सकेगी।
22 जिलों में फसलों को बड़ा नुकसान
गौरतलब है कि सोमवार को पत्रिका ने खेतों में जलभराव, करोड़ों की फसलें बर्बाद होने की खबर के माध्यम से प्रदेश के जिलों में अतिवृष्टि के बाद फसलों को हुए नुकसान की जानकारी दी थी। जाँच से पता चला है कि लगभग 22 जिलों में अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है और 15 जिलों में 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है। खेत तालाब बन गए हैं और कई जगहों पर 70 से 90 प्रतिशत तक फसलें नष्ट हो गई हैं।
किसानों को भारी नुकसान
दरअसल, पिछले एक सप्ताह में राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई। इस बीच, किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। पत्रिका लगातार किसानों के हित में फसल नुकसान का मुद्दा उठाता रहा है। इस बीच, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अधिकारियों को किसानों को बिना किसी देरी के आर्थिक मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
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