इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट इस समय टेस्ट क्रिकेट में बेहतरीन फॉर्म में हैं। पिछले तीन सालों में उनका औसत 60 से अधिक रहा है और वे टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजो की सूची में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे स्थान पर हैं। हालांकि, अपने शानदार करियर में रूट अब तक ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर एक भी शतक नहीं लगा सके हैं।
अब उन्हें यह सूखा खत्म करने का मौका 2025-26 की एशेज सीरीज में मिलेगा, जो नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में खेली जाएगी। पहला टेस्ट 21 नवंबर से पर्थ में शुरू होगा। सीरीज से पहले रूट ने उम्मीद जताई है कि इस बार वे ऑस्ट्रेलिया में शतक जरूर जड़ेंगे, क्योंकि अब उनके ऊपर कप्तानी का बोझ नहीं है और उनके पास काफी अनुभव भी है।
मैं ज्यादा अनुभवी हो चुका हूं: रूटरूट ने कहा, मैं अब पहले से अलग स्थिति में हूं। अब मेरे पास कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं है और मैं ज्यादा अनुभवी हो चुका हूं। पिछले कुछ साल बहुत अच्छे रहे हैं और मैंने पिछली यात्राओं से काफी कुछ सीखा है बतौर बल्लेबाज और वरिष्ठ खिलाड़ी दोनों रूप में।
जो रूट का कहना है कि उनके लिए व्यक्तिगत उपलब्धियों से ज्यादा टीम की जीत मायने रखती है। उन्होंने कहा, लोग इस बात पर चर्चा करेंगे कि मैंने अब तक ऑस्ट्रेलिया में शतक क्यों नहीं बनाया, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं।
बड़े सीरीज ही वो होती हैं जिनमें आप टीम के लिए योगदान देना चाहते हैं और अपने साथियों के साथ ऐसी यादें बनाना चाहते हैं जो जीवनभर रहें। अगर मैं टीम के लिए अपना रोल सही ढंग से निभाऊं, तो शतक अपने आप आएंगे। मेरा असली लक्ष्य एशेज ट्रॉफी वापस जीतना है, क्योंकि इसे जीते हमें काफी समय हो गया है।
रूट ने इंग्लैंड टीम की मौजूदा ताकत की भी तारीफ की और कहा कि इस बार टीम के पास युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतरीन संयोजन है। उन्होंने कहा, हमारे पास इस बार ऐसे संसाधन हैं जो ऑस्ट्रेलिया को चुनौती दे सकते हैं। अगर मैं अच्छा प्रदर्शन करता हूं और टीम के साथ लय में रहता हूं, तो हमारे पास जीतने का सुनहरा मौका होगा।
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