नई दिल्ली: अमेरिका के द्वारा भारत के सामानों पर 50% इंपोर्ट टैरिफ लागू होने के बाद भारतीय शेयर बाजार में सेलिंग प्रेशर बना हुआ है। एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे का कहना है कि शॉर्ट टर्म पीरियड में बाजार में कमजोरी जारी रह सकती है। बाजार के इस माहौल के बीच में दलाल स्ट्रीट आने वाले जीएसटी काउंसिल की मीटिंग से बड़ी संभावना लगाए हुए हैं। दलाल स्ट्रीट उम्मीद कर रहा है कि जीएसटी काउंसिल की मीटिंग से कुछ बड़े ऐलान शेयर बाजार को बाउंस बैक करने में मदद कर सकता है।
आगामी तीन और चार सितंबर को जीएसटी काउंसिल की मीटिंग होने वाली है इस मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अध्यक्षता करती हुई नजर आएगी। दलाल स्ट्रीट इस मीटिंग से कुछ पॉजिटिव एलान की उम्मीद लगा रहा है।
बीते 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से जीएसटी में बड़े बदलाव की घोषणा की थी। बाजार में चल रही खबरों के मुताबिक जीएसटी काउंसिल की टीम सरकार के सामने देश में केवल दो तरह के जीएसटी टैक्स रखने की प्रस्ताव पेश कर सकती हैं।
भारत में फिलहाल चार तरह 5%, 12%, 18% और 28% का जीएसटी दर लागू है। आने वाले जीएसटी काउंसिल मीटिंग में उम्मीद की जा रही है कि 12% और 28% के जीएसटी दर को हटाया जा सकता है और देश केवल दो तरह 5% और 18% का जीएसटी दर की घोषणा हो सकती है।
इन सेक्टर के स्टॉक को मिलेगा फायदाजीएसटी काउंसिल अगर जीएसटी दर में इस तरह के बदलाव करती है तो इसका सीधा फायदा ऑटो और कंजप्शन सेक्टर में ऑपरेट करने वाली कंपनियों को मिलेगा। जिस वजह से इनके स्टॉक में एक तेजी देखने को मिल सकती है। इसकी शुरुआत भी हो चुकी है अगस्त महीने से इन सेक्टर ने फिर से परफॉर्मेंस करना शुरू कर दिया है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
आगामी तीन और चार सितंबर को जीएसटी काउंसिल की मीटिंग होने वाली है इस मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अध्यक्षता करती हुई नजर आएगी। दलाल स्ट्रीट इस मीटिंग से कुछ पॉजिटिव एलान की उम्मीद लगा रहा है।
बीते 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से जीएसटी में बड़े बदलाव की घोषणा की थी। बाजार में चल रही खबरों के मुताबिक जीएसटी काउंसिल की टीम सरकार के सामने देश में केवल दो तरह के जीएसटी टैक्स रखने की प्रस्ताव पेश कर सकती हैं।
भारत में फिलहाल चार तरह 5%, 12%, 18% और 28% का जीएसटी दर लागू है। आने वाले जीएसटी काउंसिल मीटिंग में उम्मीद की जा रही है कि 12% और 28% के जीएसटी दर को हटाया जा सकता है और देश केवल दो तरह 5% और 18% का जीएसटी दर की घोषणा हो सकती है।
इन सेक्टर के स्टॉक को मिलेगा फायदाजीएसटी काउंसिल अगर जीएसटी दर में इस तरह के बदलाव करती है तो इसका सीधा फायदा ऑटो और कंजप्शन सेक्टर में ऑपरेट करने वाली कंपनियों को मिलेगा। जिस वजह से इनके स्टॉक में एक तेजी देखने को मिल सकती है। इसकी शुरुआत भी हो चुकी है अगस्त महीने से इन सेक्टर ने फिर से परफॉर्मेंस करना शुरू कर दिया है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
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