बिहार सरकार ने हाल ही में मज़दूरों और छात्रों के लिए कई योजनाएं शुरू की थीं। अब महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए "मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना" शुरू की गई है। इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 सितंबर 2025 को वर्चुअली किया। इस योजना के तहत 75 लाख महिलाओं को शुरुआत में ₹10,000 की सहायता मिलेगी और आगे ज़रूरत के अनुसार ₹2 लाख तक की मदद दी जाएगी।
योजना का मकसद
यह योजना विशेष रूप से बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए लाई गई है। इस योजना के तहत राज्य सरकार हर परिवार की एक महिला को स्वरोजगार या कोई भी आजीविका से जुड़ी गतिविधि के लिए आर्थिक सहायता देगी। योजना के तहत शुरू में हर लाभार्थी महिला को ₹10,000 की राशि दी जाएगी। इसके बाद, अगर महिला कोई छोटा बिजनेस या खुद का काम बढ़ाना चाहती है, तो उसे अधिकतम ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता भी मिल सकती है। योजना का मकसद है कि महिलाएं खुद का रोजगार शुरू करें और किसी पर निर्भर न रहें। इससे ना सिर्फ महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि उनके परिवारों की भी आय बढ़ेगी।
आवेदन प्रक्रिया कब शुरू होगी?
सरकार द्वारा योजना का शुभारंभ 20 सितंबर 2025 को किया गया है, और इसके तुरंत बाद अक्टूबर 2025 के पहले सप्ताह से आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। इच्छुक महिलाएं आवेदन ऑनलाइन पोर्टल, जन सेवा केंद्र (CSC), या पंचायत/ब्लॉक ऑफिस के ज़रिए कर सकेंगी। सरकार जल्दी ही आवेदन से जुड़ी वेबसाइट, तारीख और प्रक्रिया की पूरी जानकारी सार्वजनिक करेगी।
कब और कैसे मिलेंगे पैसे?महिलाओं को यह सहायता दो चरणों में दी जाएगी। पहले चरण में ₹10,000 की राशि तुरंत दी जाएगी, ताकि वे किसी छोटे काम की शुरुआत कर सकें। इसके बाद, यदि महिला अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने की योजना प्रस्तुत करती है और सरकारी शर्तों को पूरा करती है, तो दूसरे चरण में अधिकतम ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता भी मिल सकती है। सारा पैसा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजा जाएगा, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सरल बनी रहेगी।
कौन-से दस्तावेज़ लगेंगे?
आवेदन करते समय महिलाओं को कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ जमा करने होंगे, जिनमें शामिल हैं:
आधार कार्ड
बैंक अकाउंट की जानकारी
निवास प्रमाण पत्र
राशन कार्ड या पारिवारिक पहचान पत्र
स्वरोजगार योजना या बिजनेस आइडिया का विवरण, ताकि यह तय किया जा सके कि सहायता क्यों और कैसे दी जाए।
कौन उठाएगा इसका लाभ
यह योजना केवल उन्हीं महिलाओं के लिए है जो बिहार की निवासी हैं और अपने नाम से स्वरोजगार शुरू करना चाहती हैं। एक परिवार से सिर्फ एक महिला को ही इसका लाभ मिलेगा। आवेदन करते समय सभी जानकारी सही देना अनिवार्य है, क्योंकि सरकारी जांच के बाद ही फंड रिलीज किया जाएगा। अगर किसी महिला ने पहले से इसी तरह की सरकारी योजना का लाभ लिया है, तो उसे इस योजना से वंचित भी किया जा सकता है। योजना का उद्देश्य ज़रूरतमंद, बेरोजगार और आत्मनिर्भरता की इच्छुक महिलाओं को प्राथमिकता देना है।
योजना का मकसद
यह योजना विशेष रूप से बिहार की महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए लाई गई है। इस योजना के तहत राज्य सरकार हर परिवार की एक महिला को स्वरोजगार या कोई भी आजीविका से जुड़ी गतिविधि के लिए आर्थिक सहायता देगी। योजना के तहत शुरू में हर लाभार्थी महिला को ₹10,000 की राशि दी जाएगी। इसके बाद, अगर महिला कोई छोटा बिजनेस या खुद का काम बढ़ाना चाहती है, तो उसे अधिकतम ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता भी मिल सकती है। योजना का मकसद है कि महिलाएं खुद का रोजगार शुरू करें और किसी पर निर्भर न रहें। इससे ना सिर्फ महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि उनके परिवारों की भी आय बढ़ेगी।
आवेदन प्रक्रिया कब शुरू होगी?
सरकार द्वारा योजना का शुभारंभ 20 सितंबर 2025 को किया गया है, और इसके तुरंत बाद अक्टूबर 2025 के पहले सप्ताह से आवेदन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। इच्छुक महिलाएं आवेदन ऑनलाइन पोर्टल, जन सेवा केंद्र (CSC), या पंचायत/ब्लॉक ऑफिस के ज़रिए कर सकेंगी। सरकार जल्दी ही आवेदन से जुड़ी वेबसाइट, तारीख और प्रक्रिया की पूरी जानकारी सार्वजनिक करेगी।
कब और कैसे मिलेंगे पैसे?महिलाओं को यह सहायता दो चरणों में दी जाएगी। पहले चरण में ₹10,000 की राशि तुरंत दी जाएगी, ताकि वे किसी छोटे काम की शुरुआत कर सकें। इसके बाद, यदि महिला अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने की योजना प्रस्तुत करती है और सरकारी शर्तों को पूरा करती है, तो दूसरे चरण में अधिकतम ₹2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता भी मिल सकती है। सारा पैसा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजा जाएगा, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी और सरल बनी रहेगी।
कौन-से दस्तावेज़ लगेंगे?
आवेदन करते समय महिलाओं को कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ जमा करने होंगे, जिनमें शामिल हैं:
आधार कार्ड
बैंक अकाउंट की जानकारी
निवास प्रमाण पत्र
राशन कार्ड या पारिवारिक पहचान पत्र
स्वरोजगार योजना या बिजनेस आइडिया का विवरण, ताकि यह तय किया जा सके कि सहायता क्यों और कैसे दी जाए।
कौन उठाएगा इसका लाभ
यह योजना केवल उन्हीं महिलाओं के लिए है जो बिहार की निवासी हैं और अपने नाम से स्वरोजगार शुरू करना चाहती हैं। एक परिवार से सिर्फ एक महिला को ही इसका लाभ मिलेगा। आवेदन करते समय सभी जानकारी सही देना अनिवार्य है, क्योंकि सरकारी जांच के बाद ही फंड रिलीज किया जाएगा। अगर किसी महिला ने पहले से इसी तरह की सरकारी योजना का लाभ लिया है, तो उसे इस योजना से वंचित भी किया जा सकता है। योजना का उद्देश्य ज़रूरतमंद, बेरोजगार और आत्मनिर्भरता की इच्छुक महिलाओं को प्राथमिकता देना है।
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