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LT Elevator IPO से निवेशकों को मिलेगा बंपर मुनाफा? 183 गुना सब्सक्रिप्शन के बाद उम्मीदों को लगे पंख

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एल.टी. एलिवेटर लिमिटेड का एसएमई आईपीओ 12 सितंबर को खुला और 16 सितंबर को बंद हुआ। इस इश्यू के जरिए कंपनी ने 39.37 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था। फिलहाल शेयर अलॉटमेंट अंतिम चरण में है और कंपनी के शेयर 19 सितंबर को बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होंगे। निवेशकों की ओर से मिल रहे जबरदस्त रिस्पॉन्स को देखकर बाजार में इस लिस्टिंग को लेकर काफी उत्साह है।



निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स: 182.95 गुना सब्सक्राइबइस इश्यू ने पहले दिन मामूली सब्सक्रिप्शन देखा, लेकिन दूसरे दिन से इसमें तेजी आई और आखिरी दिन निवेशकों की जबरदस्त मांग ने सबको चौंका दिया। आंकड़ों के मुताबिक, एल.टी. एलिवेटर का आईपीओ कुल 182.95 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में 158.90 गुना, एनआईआई (नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स) कैटेगरी में 356.16 गुना और क्यूआईबी (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स) कैटेगरी में 95.10 गुना सब्सक्रिप्शन दर्ज किया गया।



जीएमपी से संकेत: शानदार हो सकती है लिस्टिंगकंपनी ने इस इश्यू के लिए प्राइस बैंड 76-78 रुपये प्रति शेयर तय किया था। ग्रे मार्केट में भी इस आईपीओ को जोरदार प्रतिक्रिया मिली है। सूत्रों के अनुसार, अनलिस्टेड मार्केट में एल.टी. एलिवेटर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 41 रुपये है, जो कि कैप प्राइस से करीब 52.5% अधिक है। बाजार विश्लेषकों का अनुमान है कि इसकी लिस्टिंग प्राइस लगभग 119 रुपये तक जा सकती है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि जीएमपी केवल संकेतक है और इसमें तेजी से बदलाव संभव है।



कंपनी की मजबूती और बिजनेस मॉडलकोलकाता स्थित एल.टी. एलिवेटर लिमिटेड की स्थापना अगस्त 2008 में हुई थी। कंपनी एलिवेटर निर्माण से लेकर इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग और वार्षिक मेंटेनेंस तक की संपूर्ण सेवाएं प्रदान करती है। इसके अलावा, कंपनी EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) और O&M (ऑपरेशन, मेंटेनेंस) सेवाओं में भी सक्रिय है।



कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो इनोवेटिव मॉड्यूलर डिजाइन और एडवांस्ड इंजीनियरिंग पर आधारित है। खास बात यह है कि कंपनी 24x7 सर्विस सपोर्ट देती है और उसके पास इन-हाउस टेस्टिंग लैब भी मौजूद है।



वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनावित्त वर्ष 2025 में कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा। इसका रेवेन्यू 40% बढ़कर 56.74 करोड़ रुपये पहुंचा, जबकि प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 182% उछलकर 8.94 करोड़ रुपये हो गया।



आईपीओ से जुटाई गई राशि में से कंपनी लगभग 20 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल आवश्यकताओं के लिए उपयोग करेगी। वहीं, लगभग 8.80 करोड़ रुपये अपनी सहायक कंपनी पार्क स्मार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड में निवेश किए जाएंगे। शेष राशि का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।



आईपीओ मैनेजमेंट और प्रमोटर्सइस इश्यू का बुक रनिंग लीड मैनेजर हॉरिजॉन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड है, जबकि कैमियो कॉर्पोरेट सर्विसेज लिमिटेड रजिस्ट्रार की भूमिका निभा रही है। रेनबो सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का मार्केट मेकर है। कंपनी का प्रमोटर ग्रुप अरविंद गुप्ता, उषा गुप्ता और यश गुप्ता हैं।



(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)

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