इस साल उत्तर प्रदेश की सरकार ने मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को बड़ा फायदा दिया है। किसानों को बेहतर दाम दिलाने के लिए मक्का, बाजरा और ज्वार का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ा दिया गया है। मक्का का MSP अब ₹2400 प्रति क्विंटल हो गया है, जबकि बाजरा का ₹2775 प्रति क्विंटल तय किया गया है। ज्वार की दो किस्मों के लिए अलग-अलग रेट तय हुए हैं — हाइब्रिड ज्वार का ₹3699 और मालवांडी ज्वार का ₹3749 प्रति क्विंटल। इससे किसानों को बाजार में घटते दाम से नुकसान नहीं होगा और उन्हें सरकारी दर पर भरोसेमंद खरीद मिलेगी।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) क्या है?
MSP वह न्यूनतम कीमत है, जो सरकार किसानों को उनकी फसल के लिए देती है। इससे किसान को फसल का उचित दाम मिलता है और बाजार में गिरावट से बचाव होता है। यूपी में मक्का, बाजरा और ज्वार के MSP बढ़ाए गए हैं, ताकि किसानों को बेहतर आय मिल सके।
फसल बेचने के लिए किसानों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्यकिसान अगर अपनी फसल बेचना चाहते हैं, तो उन्हें पहले से रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। यह रजिस्ट्रेशन किसान fcs.up.gov.in वेबसाइट या ‘UP KISAN MITRA’ ऐप के जरिए कर सकते हैं। पहले से रजिस्टर किसानों को रजिस्ट्रेशन को फिर से अपडेट कराना होगा। बिना रजिस्ट्रेशन सरकार किसी भी किसान से फसल नहीं खरीदेगी। रजिस्ट्रेशन में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर किसान टोल फ्री नंबर 18001800150 पर कॉल कर सकते हैं, या अपने जिले के खाद्य विपणन अधिकारी व विपणन निरीक्षक से मिल सकते हैं।
किसान की पहचान अब मशीन से पक्की होगी
सरकार ने इस बार फसल की खरीद को पूरी तरह साफ-सुथरा और भरोसेमंद बनाने के लिए ई-पॉप मशीन (Electronic Point of Purchase) का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इस मशीन से किसान की उंगली की पहचान यानी बायोमीट्रिक की जाती है, ताकि यह पक्का हो सके कि फसल बेचने वाला असली किसान ही है। इससे फर्जीवाड़ा और बिचौलियों की कोई जगह नहीं रहेगी। किसान को फसल का पैसा सीधे उसके आधार से जुड़े बैंक खाते में भेजा जाएगा, जिससे पैसे मिलने में कोई देर या गड़बड़ी नहीं होगी।
किन जिलों में होगी मक्का, बाजरा और ज्वार की खरीद?
सरकार ने राज्य के अलग-अलग जिलों में मोटे अनाज की खरीद के लिए केंद्र तय कर दिए हैं।
मक्का की खरीद : बदायूं, बुलंदशहर, हरदोई, उन्नाव, मैनपुरी, आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, एटा, कासगंज, हाथरस, कानपुर नगर-देहात, कन्नौज, औरैया, इटावा, बहराइच, गोंडा, बलिया, जौनपुर, फर्रुखाबाद, मीरजापुर, सोनभद्र, देवरिया और ललितपुर।
बाजरा की खरीद : बुलंदशहर, मथुरा, अलीगढ़, शाहजहांपुर, प्रयागराज, चित्रकूट, गाजीपुर समेत 35 जिलों में की जाएगी।
ज्वार की खरीद : बांदा, महोबा, फतेहपुर, जालौन, मीरजापुर, उन्नाव, हरदोई जैसे 10 जिलों में होगी। इन जिलों के किसानों को ही यह लाभ मिलेगा, इसलिए संबंधित किसान पंजीकरण में जल्दबाज़ी करें।
मोटे आनाज क्या है और क्यों है ये सेहत के लिए फायदेमंद
सरकार मोटे अनाजों को अब ‘श्रीअन्न’ के नाम से प्रचारित कर रही है। श्रीअन्न में मक्का, बाजरा और ज्वार जैसे अनाज शामिल होते हैं, जो पोषण से भरपूर और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन होते हैं। ये जल्दी पचने वाले और डायबिटीज जैसी बीमारियों के लिए भी फायदेमंद माने जाते हैं। इसके साथ ही इनकी खेती में ज्यादा खर्च नहीं आता और यह कम पानी में भी उग जाते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि किसान श्रीअन्न की खेती से अच्छा मुनाफा कमाएं और आम लोगों को पोषक आहार मिले।
सरकार की यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है। MSP बढ़ाने, पारदर्शी खरीद और सीधे खाते में भुगतान की सुविधा से किसानों को सुरक्षित और बेहतर आमदनी मिलेगी। यदि आप भी मक्का, बाजरा या ज्वार उगाते हैं, तो बिना देर किए पंजीकरण कराएं और इस योजना का पूरा लाभ उठाएं।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) क्या है?
MSP वह न्यूनतम कीमत है, जो सरकार किसानों को उनकी फसल के लिए देती है। इससे किसान को फसल का उचित दाम मिलता है और बाजार में गिरावट से बचाव होता है। यूपी में मक्का, बाजरा और ज्वार के MSP बढ़ाए गए हैं, ताकि किसानों को बेहतर आय मिल सके।
फसल बेचने के लिए किसानों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्यकिसान अगर अपनी फसल बेचना चाहते हैं, तो उन्हें पहले से रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। यह रजिस्ट्रेशन किसान fcs.up.gov.in वेबसाइट या ‘UP KISAN MITRA’ ऐप के जरिए कर सकते हैं। पहले से रजिस्टर किसानों को रजिस्ट्रेशन को फिर से अपडेट कराना होगा। बिना रजिस्ट्रेशन सरकार किसी भी किसान से फसल नहीं खरीदेगी। रजिस्ट्रेशन में किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर किसान टोल फ्री नंबर 18001800150 पर कॉल कर सकते हैं, या अपने जिले के खाद्य विपणन अधिकारी व विपणन निरीक्षक से मिल सकते हैं।
किसान की पहचान अब मशीन से पक्की होगी
सरकार ने इस बार फसल की खरीद को पूरी तरह साफ-सुथरा और भरोसेमंद बनाने के लिए ई-पॉप मशीन (Electronic Point of Purchase) का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इस मशीन से किसान की उंगली की पहचान यानी बायोमीट्रिक की जाती है, ताकि यह पक्का हो सके कि फसल बेचने वाला असली किसान ही है। इससे फर्जीवाड़ा और बिचौलियों की कोई जगह नहीं रहेगी। किसान को फसल का पैसा सीधे उसके आधार से जुड़े बैंक खाते में भेजा जाएगा, जिससे पैसे मिलने में कोई देर या गड़बड़ी नहीं होगी।
किन जिलों में होगी मक्का, बाजरा और ज्वार की खरीद?
सरकार ने राज्य के अलग-अलग जिलों में मोटे अनाज की खरीद के लिए केंद्र तय कर दिए हैं।
मक्का की खरीद : बदायूं, बुलंदशहर, हरदोई, उन्नाव, मैनपुरी, आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, एटा, कासगंज, हाथरस, कानपुर नगर-देहात, कन्नौज, औरैया, इटावा, बहराइच, गोंडा, बलिया, जौनपुर, फर्रुखाबाद, मीरजापुर, सोनभद्र, देवरिया और ललितपुर।
बाजरा की खरीद : बुलंदशहर, मथुरा, अलीगढ़, शाहजहांपुर, प्रयागराज, चित्रकूट, गाजीपुर समेत 35 जिलों में की जाएगी।
ज्वार की खरीद : बांदा, महोबा, फतेहपुर, जालौन, मीरजापुर, उन्नाव, हरदोई जैसे 10 जिलों में होगी। इन जिलों के किसानों को ही यह लाभ मिलेगा, इसलिए संबंधित किसान पंजीकरण में जल्दबाज़ी करें।
मोटे आनाज क्या है और क्यों है ये सेहत के लिए फायदेमंद
सरकार मोटे अनाजों को अब ‘श्रीअन्न’ के नाम से प्रचारित कर रही है। श्रीअन्न में मक्का, बाजरा और ज्वार जैसे अनाज शामिल होते हैं, जो पोषण से भरपूर और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन होते हैं। ये जल्दी पचने वाले और डायबिटीज जैसी बीमारियों के लिए भी फायदेमंद माने जाते हैं। इसके साथ ही इनकी खेती में ज्यादा खर्च नहीं आता और यह कम पानी में भी उग जाते हैं। सरकार का लक्ष्य है कि किसान श्रीअन्न की खेती से अच्छा मुनाफा कमाएं और आम लोगों को पोषक आहार मिले।
सरकार की यह योजना किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है। MSP बढ़ाने, पारदर्शी खरीद और सीधे खाते में भुगतान की सुविधा से किसानों को सुरक्षित और बेहतर आमदनी मिलेगी। यदि आप भी मक्का, बाजरा या ज्वार उगाते हैं, तो बिना देर किए पंजीकरण कराएं और इस योजना का पूरा लाभ उठाएं।
You may also like
राजा-मंत्री-विद्वान सब हो गए फेल` एक अंधे ने कर ली असली हीरे की पहचान जानिए कैसे
H1-B वीजा शुल्क में बदलाव से भारतीय और अमेरिकी कंपनियों में हड़कंप, ग्राउंड रिपोर्ट
लखनऊ में मचा हड़कंप: गोमती नगर के कीमती भूखंडों पर अवैध कब्जे, जांच कमेटी गठित!
'अजगर' के हलक में फंसी जान, हिरण को 'निगल' मोल ली आफत, सर्प मित्र ने लोट-पोट कर ऐसे बचाई जान
मध्य प्रदेश में यूरिया-डीएपी की किल्लत से किसान परेशान, जबलपुर में बुरा हाल, मटर की बुवाई पर संकट