शादी किसी भी लड़की के जीवन का अहम फैसला होता है। ऐसे में उसकी कोशिश यही होती है कि वह अपने लैये बेस्ट लड़का ढूँढे। खासकर ऐसा लड़का जो उसके साथ अच्छे से घुलमिल जाए। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। । लेकिन अरेंज मैरज के चलते कई बार लड़का लड़की एक दूसरे को ठीक से जान नहीं पाते हैं। उन्हें एक दूसरे के बारे में बहुत सी बातें शादी के बाद पता चलती है। फिर वह अपनी शादी पर पछताते हैं।
वहीं कुछ खुशनसीब लड़कियां ऐसी भी होती हैं जिन्हें शादी वाले दिन ही लड़के की कमी या बुरी आदत पता चल जाती है। इसलिए हमे कई ऐसी खबरें सुनने को मिलती है जिसमें दुल्हन शादी वाले दिन ही दूल्हे के साथ सात फेरे लेने से इनकार कर देती है और बारात लौट जाती है।
आप ने भी ऐसी कि खबरें सुनी होगी। जैसे दूल्हे का तंबाकू खान, शराब पीकर आ जाना, बदतमीजी करना इत्यादि कारणों से दुल्हन शादी करने से मना कर देती हैं। आज हम आपको शादी का ऐसा ही एक पुराना किस्सा सुनाने जा रहे हैं जब दुल्हन ने दूल्हे के सौ-सौ के दस नोट न गिन पाने की वजह से शादी करने से इनकार कर दिया था।
यह घटना बिहार के मधुबनी जिले के पंडौल गांव की है। यहां पंडौल प्रखंड के ब्रह्मोत्तरा गांव का लड़का रहिका प्रखंड के मोमीनपुर गांव की लड़की से शादी करने आया था। तय दिन पर वह बारात लेकर शादी करने आ पहुंचा। इसके बाद बरातियों का स्वागत हुआ, वरमाला भी हो गई। लेकिन मंडप के दौरान जब दुल्हन की सहेलियों से दूल्हे से बातचीत की तो उन्हें उसके अशिक्षित होने पर शक हुआ।
दुल्हन की सहेलियों ने दूल्हे को 100 – 100 के दस नोट दिए और इसे गिनने को कहा। दूल्हे ने तीन बार कोशिश की लेकिन हर बार वह नाकाम रहा। इसके बाद दूल्हे से जिले का नाम पूछा गया तोउसने गलत जवाब देते हुए पंडौल बोल दिया। इसी तरह उसने सभी सवालों के गलत जवाब दिए। जब दुल्हन ने ये नजारा देखा तो हिम्मत जुटाकर शादी करने से इनकार कर दिया।
दुल्हन के इस फैसले की वहां मौजूद कई मेहमानों ने तारीफ की। इसके बाद बारात में मौजूद एक शख्स ने अपने बेटे से शादी का ऑफर दुल्हन को दिया। उनसे कहा कि मेरा बेटा पढ़ा लिखा है क्या आप उस से शादी करेंगी? इस पर लड़की वालों ने हाँ बोल दिया।
वैसे आप भी जब शादी के लिए हाँ बोले तो पहले लड़का या लड़की का बैकग्राउन्ड जांच लें। कई बार वे रिश्ता तय करने के चक्कर में अपनी एजुकेशन और जॉब की गलत जानकारी दे देते हैं।
You may also like
प्यार के लिए आसिफ बना नरेश और हरिद्वार में गंगा भी नहाया…फिर दिखाया अपना असली चेहरा और कर डाला कांड ˠ
राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति न करे विपक्ष : मिलिंद देवड़ा
पूरी टीम पर गर्व है, उन्होंने वाकई अच्छा क्रिकेट खेला: हरमनप्रीत
भारत ने सीजफायर का फैसला अपनी शर्तों पर किया है : जीतन राम मांझी
जन्मदिन की पार्टी के लिए जा रही थी बच्ची, रास्ते से उठा ले गए दरिंदे, फिर सुनसान इलाके में ले जाकर किया गैंगरेप ˠ