करूर, 29 सितंबर . केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Monday को तमिलनाडु के करूर पहुंची. यह दौरा उन्होंने 27 सितंबर को Actor-राजनेता विजय की टीवीके रैली के दौरान हुई भगदड़ में मारे गए लोगों और घायल हुए लोगों के परिवारों को सांत्वना देने के उद्देश्य से किया था. इस भगदड़ में 41 लोगों की मौत हो गई थी और 67 लोग घायल हो गए थे.
Union Minister एल मुरूगन और तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष नयनार नागेंद्रन के साथ करूर पहुंचीं सीतारमण ने सबसे पहले वेलायथंपलायम में उस घटनास्थल का निरीक्षण किया, जहां यह हादसा हुआ था.
स्थानीय अधिकारियों और Policeकर्मियों से बात करके उन्होंने यह समझने की कोशिश की कि इतनी बड़ी भीड़ कैसे जानलेवा हो गई. इसके बाद वह करूर Governmentी मेडिकल कॉलेज अस्पताल और अन्य उपचार केंद्रों में गईं, जहां उन्होंने घायल लोगों और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, उन्हें सांत्वना दी और केंद्र Government के समर्थन का आश्वासन दिया.
विजय के टीवीके अभियान में भाषण खत्म होने के बाद हजारों लोग अचानक आगे बढ़े, जिससे भगदड़ मच गई. भीड़ से भरे इस स्थान पर हुए इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. कुछ घायल लोग गंभीर हालत में हैं और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पूरे देश से इस घटना पर दुख और समर्थन के संदेश आ रहे हैं.
President द्रौपदी मुर्मू ने इस हादसे पर कहा कि उन्हें जानों की इस अकल्पनीय हानि से गहरा दुख हुआ है और उन्होंने घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की. Prime Minister Narendra Modi ने मृतकों के परिजनों को Prime Minister राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
तमिलनाडु के Chief Minister एमके स्टालिन, जो हादसे के कुछ ही घंटों में करूर पहुंचे, उन्होंने दुर्घटना स्थल और अस्पतालों का दौरा किया और पीड़ितों के परिवारों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की.
राज्य Government ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है और घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया है. इस हादसे की वजह से Political रैलियों में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
लोग स्थानीय प्रशासन और आयोजकों की तैयारियों पर सवाल उठा रहे हैं. रिटायर्ड जज अरुणा जगदीसन की अगुवाई में एक न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है, जो हादसे की वजहों का पता लगाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाएगी.
मृतकों के परिवारों ने Government की मदद के लिए आभार जताया है, लेकिन वे जवाब और भविष्य में सार्वजनिक आयोजनों के लिए सख्त सुरक्षा नियमों की मांग कर रहे हैं.
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पीएसके
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