नई दिल्ली, 1 मई . यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) के जरिए होने वाले लेनदेन की संख्या अप्रैल में सालाना आधार पर 34 प्रतिशत बढ़कर 17.89 अरब पर पहुंच गई है. हालांकि, मार्च के मुकाबले इसमें मामूली कमी देखने को मिली है. बीते महीने यह आंकड़ा 18.30 अरब था.
अप्रैल में लेनदेन की संख्या के साथ यूपीआई के जरिए होने वाले लेनदेन की राशि में भी बढ़त देखी गई है और यह सालाना आधार पर 22 प्रतिशत बढ़कर 23.95 लाख करोड़ रुपए हो गया है. मार्च में हुए कुल यूपीआई लेनदेन की वैल्यू 24.77 लाख करोड़ रुपए थी.
मार्च की तुलना में अप्रैल में यूपीआई लेनदेन की संख्या और वैल्यू में कमी की वजह महीने के दौरान दिन की संख्या में अंतर होना है. मार्च में 31 दिन थे, जबकि अप्रैल महीना 30 दिन का था.
अप्रैल में औसत 59.6 करोड़ यूपीआई लेनदेन प्रतिदिन हुए हैं और इनकी औसत वैल्यू 79,831 करोड़ रुपए थी.
वहीं, मार्च में औसत 59 करोड़ यूपीआई लेनदेन प्रतिदिन हुए थे और इनकी औसत वैल्यू 79,910 करोड़ रुपए थी.
बीते महीने इमीडिएट पेमेंट सर्विस (आईएमपीएस) के लेनदेन की संख्या सालाना आधार पर 18 प्रतिशत कम होकर 44.9 करोड़ रह गई है. हालांकि, लेनदेन की राशि सालाना आधार पर 5 प्रतिशत बढ़कर 6.22 लाख करोड़ रुपए हो गई है.
वहीं, अप्रैल में आईएमपीएस से औसत प्रतिदिन 20,722 करोड़ रुपए के लेनदेन हुए हैं और इस दौरान औसत लेनदेन की संख्या 1.49 करोड़ प्रतिदिन रही.
आधार आधारित भुगतान सिस्टम एईपीएस के माध्यम से अप्रैल में 9.5 करोड़ लेनदेन हुए हैं. इसमें सालाना आधार पर 2 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. साथ ही लेनदेन की वैल्यू सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 26,618 करोड़ रुपए हो गई है.
अप्रैल में एईपीएस से औसत प्रतिदिन 31.8 लाख लेनदेन हुए हैं और इन लेनदेन की औसत वैल्यू 887 करोड़ रुपए प्रतिदिन थी.
–
एबीएस/
The post first appeared on .
You may also like
जातिगत जनगणना देशहित में, इसका स्वागत होना चाहिए : किरण चौधरी
सीएम सिद्दारमैया ने जाति जनगणना की केंद्र सरकार की घोषणा का किया स्वागत
जयपुर जवाहर कला केंद्र में रंगरीत कला महोत्सव शुक्रवार से
राजगढ़ः प्रशासन द्वारा अप्रैल माह में 122 बाल विवाह रोके गए, आगामी लग्नों में कड़ी नजर
ग्लोरियस नारी अवॉर्ड एंड सुपर क्लासी मम्मा शो में बिखरी बॉलीवुड की रंगत