Bhopal , 29 अक्टूबर . साइबर अपराध की बढ़ती घटनाएं बड़ी चुनौती है, Madhya Pradesh में इसके लिए जनजागरूकता अभियान चलाया गया. इसी क्रम में एक कार्यक्रम में Chief Minister मोहन यादव ने कहा कि साइबर अपराध से लड़ाई केवल Police की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है.
Madhya Pradesh Police द्वारा साइबर सुरक्षा और जागरूकता के लिए आयोजित ‘रन फॉर साइबर अवेयरनेस’ कार्यक्रम में Chief Minister यादव ने कहा कि साइबर अपराध से लड़ाई केवल Police की नहीं, पूरे समाज की है. तकनीक और कानून अपने स्थान पर हैं, पर सबसे बड़ा हथियार जागरूकता है. जब नागरिक जागरूक होगा, तभी राष्ट्र सुरक्षित होगा.
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम ने डिजिटल युग की सबसे जरूरी पहल को जन-आंदोलन का रूप दिया है. हम जिस रफ्तार से डिजिटल रूप से मजबूत हुए हैं, उसी रफ्तार से नई परेशानियां और खतरे सिर उठाने लगे हैं. जिस तकनीक ने हमें जोड़ा है, उसी तकनीक ने अपराधियों को नए हथियार भी दिए हैं और आज ठगी के नए-नए तरीके आ गए हैं. डिजिटल अरेस्ट, फेक प्रोफाइल, हैकिंग, डेटा ब्रीचिंग, ऑनलाइन फ्रॉड, ओटीपी फॉड, ऑनलाइन शॉपिंग धोखाधड़ी और फेक इन्वेस्टमेंट लिंक जैसे अपराध बढ़ते जा रहे हैं. ये हमारे समाज के हर वर्ग को प्रभावित कर रहे हैं.
Chief Minister यादव ने रन के लिए एकत्र प्रतिभागियों को अटल पथ स्थित प्लेटिनम प्लाजा से झंडी दिखाकर रवाना किया. यह रन अटल पथ से एपेक्स बैंक तिराहा होते हुए टी.टी. नगर स्टेडियम पर पूर्ण हुई.
उन्होंने कहा कि Prime Minister Narendra Modi ने जब डिजिटल इंडिया का सपना देखा था तब उन्होंने India को तकनीकी रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की परिकल्पना की थी. Prime Minister मोदी के नेतृत्व में India डिजिटल क्रांति का अग्रदूत बना है. डिजिटल भुगतान, ऑनलाइन सेवाएं, ई-गवर्नेंस ये सब आज सबके जीवन का हिस्सा बन चुके हैं. Madhya Pradesh ने भी पंचायत से लेकर सचिवालय तक हर स्तर पर डिजिटल सेवाएं पहुंचाने का काम किया है. बैंकिंग से लेकर शिक्षा तक और रोजगार से लेकर शासन तक हर प्रक्रिया अब ऑनलाइन है. अगर किसी के साथ साइबर ठगी हो जाए तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें. देरी करने से पीड़ित के पैसे वापस मिलने की संभावना कम हो जाती है, इसलिए त्वरित कार्रवाई ही बचाव है.
Police महानिदेशक कैलाश मकवाना ने कहा कि आज साइबर अपराध हमारे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता अपराध बन चुका है. आने वाले वर्षों में साइबर क्राइम अन्य सभी अपराधों को पीछे छोड़कर सबसे अधिक संख्या में उभर कर आने वाला अपराध है. यह केवल पैसों की हानि नहीं, बल्कि विश्वास, चरित्र और पहचान की भी क्षति है. कई बार मेहनत और ज्ञान की चोरी भी डिजिटल माध्यमों से हो रही है. किसी की रिसर्च, डिजाइन, विचार या फोटो को बिना अनुमति के इस्तेमाल किया जाना भी साइबर अपराध है.
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एसएनपी/डीकेपी
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