New Delhi, 9 सितंबर . राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी संगठनों से जुड़ी एक बड़ी आतंकी साजिश का भंडाफोड़ करते हुए Tuesday को भारत के पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 21 ठिकानों पर छापेमारी की.
एनआईए ने बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों तथा जम्मू-कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र में कुल 21 स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान कई डिजिटल उपकरण, मोबाइल फोन और संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए.
यह मामला अखलाथुर उर्फ मोहम्मद अखलक मुजाहिद नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी से शुरू हुआ, जिसने कथित तौर पर भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अन्य लोगों के साथ मिलकर साजिश रची थी.
इस साजिश का उद्देश्य प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए लोगों को जोड़ना और भौतिक सहायता जुटाना था.
एनआईए की जांच के अनुसार, आरोपी social media के ज़रिए इन आतंकी संगठनों के संपर्क में था. इसके अलावा, उसके पाकिस्तान और सीरिया स्थित कई संगठनों से भी संबंध पाए गए.
वहीं, इससे पहले Monday को भी एनआईए ने पांच राज्यों और जम्मू-कश्मीर में 22 स्थानों पर छापे मारे थे. इनमें जम्मू-कश्मीर में नौ स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया गया, जहां संदिग्ध व्यक्तियों के परिसरों की तलाशी ली गई, जिनके भारत के बाहर सक्रिय नेटवर्क से जुड़े होने का संदेह है.
ये छापे राज्य पुलिस बलों और सीआरपीएफ के सहयोग से मारे गए. यह जांच युवाओं की भर्ती, धन जुटाने और देश के विभिन्न हिस्सों में गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल स्थापित करने से संबंधित है.
एनआईए पहलगाम के बैसरन मैदान में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की भी जांच कर रही है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
अधिकारियों के अनुसार, इस हमले को अंजाम देने वाले तीन पाकिस्तानी आतंकवादी, जिन्हें ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत मार गिराया गया था, की पहचान सुरक्षा बलों द्वारा जब्त किए गए मोबाइल फोन से मिली तस्वीरों के आधार पर की गई थी.
एनआईए ने हाल के महीनों में आतंकी मॉड्यूलों को ध्वस्त करने और उनकी रसद को बाधित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है.
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सार्थक/एएस
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