Mumbai , 5 अक्टूबर . शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने बंगाल Government की सराहना की. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी लगातार बंगाल में जीत रही, जिससे भाजपा परेशान है.
आनंद दुबे ने से बातचीत में कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी पिछले 15-20 वर्षों से लगातार जीत रही है, जिससे साबित होता है कि वहां विकास कार्य हो रहे हैं. कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर माना जाना भाजपा को परेशान करता है, क्योंकि वह लंबे समय से वहां पैर जमाने की कोशिश कर रही है.
आनंद दुबे ने कहा कि बंगाल की जनता ने टीएमसी और ममता दीदी पर भरोसा किया है, जिन्होंने साहसपूर्वक लोगों की आवाज उठाई और स्थानीयों के लिए खड़ी रहीं. गैर-भाजपाई Governmentों को सम्मान या पुरस्कार मिलना भाजपा को मंजूर नहीं होता, यही उनकी बेचैनी का कारण है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कोलंबिया में एक संवाद के दौरान भाजपा और आरएसएस पर तीखी टिप्पणी की, इस पर आनंद दुबे ने कहा कि राहुल गांधी लोगों को बता रहे हैं कि देश में तानाशाही और अहंकार बढ़ रहा है, जिससे लोकतंत्र और संविधान को कमजोर किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इन प्रवृत्तियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, जिससे कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है. आरएसएस एक सामाजिक संगठन है, जिस पर राहुल ने कुछ नहीं कहा, बल्कि बीजेपी और मोहन भागवत उस पर चर्चा कर रहे हैं. राहुल गांधी देश में सुशासन, बेरोजगारी का अंत, रुपए की मजबूती और विदेशी हस्तक्षेप से मुक्त India की बात कर रहे हैं.
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता आनंद दुबे ने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि बिहार का चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए और चुनाव आयोग की यह जिम्मेदारी है कि वह पक्ष और विपक्ष को समान दृष्टि से देखे.
उन्होंने आरोप लगाया कि कई बार चुनाव आयोग भाजपा की कठपुतली की तरह काम करता है, जो लोकतंत्र के लिए दुखद है. दुबे ने कहा कि इस बार बिहार के चुनाव में लोकतंत्र और तानाशाही के बीच संघर्ष है. एक ओर अहंकारी लोग हैं, वहीं दूसरी ओर जनता की आवाज उठाने वाले राहुल गांधी और तेजस्वी यादव हैं. उन्होंने कहा कि जनता अब सब समझती है और धन या प्रलोभन से प्रभावित नहीं होगी.
शिवसेना (यूबीटी) प्रवक्ता ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस से कोई गठबंधन नहीं. दुबे ने कहा कि राजनीति में आने वाले नेताओं को यह अधिकार होता है कि वे किसके साथ गठबंधन करें या नहीं.
उन्होंने बताया कि Lok Sabha चुनाव के लिए गठबंधन की चर्चा हुई थी, लेकिन विधानसभा चुनावों में पार्टियां स्वतंत्र रूप से निर्णय लेती हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच कुछ मतभेद समय-समय पर सामने आते रहते हैं, जैसा दिल्ली, पंजाब और Gujarat में देखा गया. दुबे ने कहा कि इसे बड़े मुद्दे के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, क्योंकि जब राष्ट्रीय चुनाव आएंगे तो इंडिया गठबंधन एकजुट होकर लड़ेगा. राज्यों में उद्देश्य भाजपा को सत्ता से हटाना है.
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एएसएच/वीसी
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