गर्दन पर अचानक या धीरे-धीरे बनने वाली गांठ को अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह कभी-कभी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी गांठ के कई कारण होते हैं, जिनमें तनाव, संक्रमण, लिम्फ नोड्स की सूजन, या थायराइड की समस्या शामिल हैं। वहीं, अधिकतर मामलों में यह गांठ बिना सर्जरी के भी ठीक हो जाती है, अगर सही समय पर निदान और इलाज किया जाए।
1. स्ट्रेस और तनाव
आज की व्यस्त और तनावपूर्ण जीवनशैली का सीधा असर शरीर पर पड़ता है। लगातार तनाव में रहने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे लिम्फ नोड्स सूज सकते हैं। गर्दन के आसपास की लिम्फ नोड्स शरीर में संक्रमण से लड़ने में अहम भूमिका निभाती हैं और तनाव के कारण उनमें सूजन आ सकती है।
2. संक्रमण (इन्फेक्शन)
सर्दी-जुकाम, गले में संक्रमण, या दांतों की समस्याओं के कारण गर्दन के लिम्फ नोड्स में सूजन और गांठ बनना आम बात है। ये सूजन अस्थायी होती है और जब संक्रमण खत्म होता है, तो गांठ भी गायब हो जाती है।
3. थायराइड की समस्या
थायराइड ग्रंथि गर्दन के सामने के हिस्से में होती है। इसके बढ़ने या इसमें गांठ बनने से गर्दन पर असामान्य गांठ महसूस हो सकती है। हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म के कारण यह समस्या होती है।
4. लिम्फ नोड्स का बढ़ना
लिम्फ नोड्स शरीर के संक्रमण और कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं। जब शरीर में संक्रमण या सूजन होती है, तो ये नोड्स बढ़ जाते हैं। कई बार ये गांठ गंभीर बीमारी जैसे लिम्फोमा का भी संकेत हो सकती है।
5. कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियां
गर्दन की गांठ कभी-कभी कैंसर का भी संकेत हो सकती है, खासकर जब गांठ दर्द रहित, सख्त और लंबे समय तक बनी रहे। इसलिए किसी भी नई गांठ को नजरअंदाज करना खतरे से खाली नहीं।
बिना सर्जरी कैसे पाएं छुटकारा?
डॉक्टरी सलाह लें: सबसे जरूरी है समय पर डॉक्टर से जांच कराना। शुरुआती जांच में ही सही कारण पता चल जाता है।
एंटीबायोटिक्स और दवा: संक्रमण के कारण बनने वाली गांठ में डॉक्टर एंटीबायोटिक्स या सूजन कम करने वाली दवा देते हैं।
तनाव कम करें: योग, मेडिटेशन, और व्यायाम से तनाव को नियंत्रित करना लाभदायक होता है।
थायराइड की जांच: अगर थायराइड कारण है, तो दवाओं से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
गर्म सिकाई: सूजन और दर्द कम करने के लिए गर्दन पर गर्म पानी से सिकाई करें।
हेल्दी डाइट: विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार लें, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत रहे।
कब करें तुरंत डॉक्टर से संपर्क?
गांठ का आकार लगातार बढ़ता रहे।
गांठ दर्द रहित और सख्त हो।
वजन अचानक कम होना।
लंबे समय तक बुखार या थकावट महसूस होना।
निगलने या सांस लेने में परेशानी।
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