रेगुलर स्टडी का टाइम टेबल जरूरी: कृष्ण अग्रवाल, 99.99 पर्सेंटाइल
सिलेबस के मुताबिक टाइम टेबल बनाकर रेगुलर स्टडी करनी चाहिए। अगर कोई टॉपिक समझ में नहीं आता है तो उसे अपने टीचर्स की गाइडेंस में समझे। एनसीईआरटी की किताबें जेईई मेंस और एडवांस की तैयारी के लिए सबसे सटीक हैं। इसके अलावा टेस्ट सीरीज व मॉक टेस्ट की मदद से सवालों की प्रैक्टिस करें इससे टाइम मैनेजमेंट बेहतर हो सकेगा।
बोर्ड एग्जाम जेईई एग्जाम में भी मददगार - स्वप्निल अग्रवाल, 99.99 पर्सेंटाइल
स्कूल में जो भी पढ़ाया जाता है उसे उसी दिन रिवाइज करने की पूरी कोशिश करता हूं। इसके अलावा अपना एक टाइम टेबल बना रखा है और सेल्फ स्टडी उसी के मुताबिक करता हूं। बोर्ड एग्जाम्स के दौरान फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स की तैयारी अच्छी होने से मेरे सारे कॉन्सेप्ट्स पहले से ही क्लियर थे। इसका फायदा मुझे एडवांस और मेंस की तैयारी में मिला है।
दिन में जो पढ़ा, रात में उसी का रिवीजन: वंश गुप्ता, 99.99 पर्सेंटाइल
जेईई मेंस में मेरा एक कॉन्सेप्ट था कि हर दिन जो भी पढ़ो उसे रात में रिवाइज कर लो। इससे तैयारी पुख्ता होती है। टेस्ट सीरीज को काफी गंभीरता से लेना चाहिए। फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ्स की तैयारी के लिए एक रेफ्रेंस बुक्स का चयन किया और उसी से मैंने अपनी पूरी तैयारी की। ज्यादा रेफ्रेंस बुक से कन्फ्यूजन होता है इसलिए मैंने एक ही रेफ्रेंस बुक से तैयारी की।
8 घंटे पढ़ाई, हर सब्जेक्ट का अलग प्लान: उत्कर्ष रावत, 99.99 पर्सेंटाइल

मैं हर दिन आठ घंटे पढ़ाई करता था। हर सब्जेक्ट की अलग स्ट्रैटजी से पढ़ाई की। मैथ्स के लिए प्रॉब्लम सॉल्व करने की प्रैक्टिस और फिजिक्स में भी न्यूमेरिकल पर काम किया। वहीं केमिस्ट्री की इक्वेशन के लिए अलग से प्रैक्टिस की। मेंस के बाद अब मैं एडवांस की तैयारी कर रहा हूं ताकि बेहतर आईआईटी में दाखिला मिल सके।
You may also like
महिलाओं कर रही हों यह काम तो पुरुष को तुरंत नज़र हटा लेना चाहिए, वर्ना बिगड़ जाते है रिश्ते ∘∘
जिन महिलाओ के ये 5 अंग होते है बड़े वो होती है भाग्यशाली ∘∘
अगर कहीं आपके हाथ पर तो नहीं बन रहा ऐसा चिन्ह, बहुत भाग्यशाली हैं आप ∘∘
राशियों के अनुसार साथी चुनने के फायदे
भारत की 9 सबसे चुनौतीपूर्ण धार्मिक यात्राएं