नई दिल्लीः चार-पांच दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना के जलस्तर में कमी आई है। शनिवार रात 8 बजे तक जलस्तर घटकर 206 मीटर के नीचे आ गया था। रविवार शाम तक यह खतरे के स्तर 205.33 मीटर से भी नीचे आ सकता है। इसका बड़ा कारण यह भी है कि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से अब 50 हजार क्यूसेक या उससे भी कम पानी यमुना में छोड़ा जा रहा है। हालांकि, अब भी यमुना किनारे कई इलाके पानी में डूबे हैं। लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
यमुना बाजार एरिया से पानी निकला
यमुना बाजार 32 घाट कॉलोन रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी गोपाल झा के अनुसार कॉलोनी से पानी तो निकल चुका है। लेकिन, बाढ़ के पानी के साथ जो कीचड़ बहकर आया था, वह पूरे कॉलोनी और लोगों के घरो में 3 फुट तक जमा हो गया है। घाट के लोग मोरी गेट स्थित शिविर से आकर अपने-अपने घरों में जमे कीचड़ की सफाई शनिवार सुबह से ही करने लगे। अभी बिजली सप्लाई भी पूरी कॉलोनी में नहीं है।
जल्द मिलेगी लोगों को राहत
सीडब्ल्यूसी अफसरों के अनुसार शनिवार दोपहर 12 बजे हथिनीकुंड बैराज से 49,927 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस दौरान यमुना का जलस्तर 206.30 मीटर रेकॉर्ड किया गया। दोपहर बाद हर घंटे हथिनीकुंड बैराज से 45-48 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाता रहा। इसके बाद भी यमुना का जलस्तर तेजी से कम हो रहा था। शाम 6 बजे तक जलस्तर 206.10 मीटर रेकॉर्ड किया गया। अधिकारियों का कहना है कि शनिवार रात 8 बजे तक जलस्तर 206 मीटर तक पहुंच सकता है और रविवार सुबह या दोपहर तक जलस्तर 205 मीटर के करीब होगा। यमुना का जलस्तर अगर को 205 मीटर के करीब होता है, तो निचले इलाकों से बाढ़ का पानी निकल जाएगा और लोगों को राहत मिलेगी।
यमुना बाजार एरिया से पानी निकला
यमुना बाजार 32 घाट कॉलोन रेजिडेंट वेलफेयर असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी गोपाल झा के अनुसार कॉलोनी से पानी तो निकल चुका है। लेकिन, बाढ़ के पानी के साथ जो कीचड़ बहकर आया था, वह पूरे कॉलोनी और लोगों के घरो में 3 फुट तक जमा हो गया है। घाट के लोग मोरी गेट स्थित शिविर से आकर अपने-अपने घरों में जमे कीचड़ की सफाई शनिवार सुबह से ही करने लगे। अभी बिजली सप्लाई भी पूरी कॉलोनी में नहीं है।
जल्द मिलेगी लोगों को राहत
सीडब्ल्यूसी अफसरों के अनुसार शनिवार दोपहर 12 बजे हथिनीकुंड बैराज से 49,927 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस दौरान यमुना का जलस्तर 206.30 मीटर रेकॉर्ड किया गया। दोपहर बाद हर घंटे हथिनीकुंड बैराज से 45-48 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाता रहा। इसके बाद भी यमुना का जलस्तर तेजी से कम हो रहा था। शाम 6 बजे तक जलस्तर 206.10 मीटर रेकॉर्ड किया गया। अधिकारियों का कहना है कि शनिवार रात 8 बजे तक जलस्तर 206 मीटर तक पहुंच सकता है और रविवार सुबह या दोपहर तक जलस्तर 205 मीटर के करीब होगा। यमुना का जलस्तर अगर को 205 मीटर के करीब होता है, तो निचले इलाकों से बाढ़ का पानी निकल जाएगा और लोगों को राहत मिलेगी।
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