अगर आप Airtel यूजर हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। अब भारती एयरटेल अपनी 5G सर्विस को अगले लेवल पर लेकर जाने को तैयार है। दरअसल Airtel ने 5G एडवांस की ओर बढ़ना शुरू कर दिया है। इस अपग्रेड से सिर्फ स्पीड ही नहीं बल्कि कम लेटेंसी, बेहतर स्थिरता और भविष्य की टेक्नोलॉजी के लिए तैयार एक मजबूत नेटवर्क मिलेगा। आसान भाषा में समझाएं, तो Airtel अब एक डुअल-मोड 5G नेटवर्क बना रहा है। यह NSA यानी कि नॉन स्टैंडअलोन और SA यानी कि स्टैंडअलोन टेक्नोलॉजी को जोड़ता है। चलिए इसके बारे में डिटेल में समझते हैं कि आखिर Airtel का यह SA और NSA 5G है क्या और इससे आपको क्या फायदा होगा?
क्या है Airtel का डुअल-मोड 5G?Airtel की डुअल-मोड 5G टेक्नोलॉजी 4G इंफ्रास्ट्रक्चर और 5G कोर नेटवर्क की ताकत को जोड़ती है। इस टेक्नोलॉजी के दो हिस्से हैं। पहला NSA यानी कि नॉन-स्टैंडअलोन और दूसरा SA यानी कि स्टैंडअलोन। इसमें NSA वाला हिस्सा 4G नेटवर्क की मदद से काम करता है, जिससे कवरेज ज्यादा और नेटवर्क ज्यादा स्थिर रहता है। वहीं SA वाला हिस्सा एक बिल्कुल नया, क्लाउड-बेस्ड और कम लेटेंसी वाला 5G कोर नेटवर्क इस्तेमाल करता है। यह भविष्य की टेक्नोलॉजी जैसे कि रियल-टाइम गेमिंग, स्मार्ट फैक्ट्री और कनेक्टेड कारों के काम आएगा। इसे आसान भाषा में आप इस तरह से समझ सकते हैं कि एयरटेल का डुअल-मोड 5G, मौजूदा 5G और आने वाले ए़डवांस 5G के बीच एक पुल की तरह काम करेगा।
इन जगहों पर हुआ लाइवAirtel ने अपने डुअल-मोड नेटवर्क को अभी 13 टेलीकॉम सर्कलों में फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सर्विसेज के लिए शुरू किया है। इसकी मदद से घरों और छोटे बिजनेसेज को बिना तारों के तेज और स्थिर ब्रॉडबैंड नेटवर्क जैसी स्पीड मिलेगी। वहीं कुछ शहरों में Airtel ने इसका मोबाइल नेटवर्क पायलट भी शुरू किया है। Airtel का कहना है कि पूरे देश में इस टेक्नोलॉजी को ट्रैफिक डिमांड और 5G-डिवाइस इकोसिस्टम के पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद लाया जाएगा।
क्या होगा फायदा?एयरटेल के डुअल मोड 5G की वजह से यूजर्स को कई फायदे होंगे। इससे स्टेबल इंटरनेट स्पीड मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि डुअल-मोड सिस्टम NSA और SA के बीच ऑटोमैटिक स्विच करता है, जिससे नेटवर्क अटकता नहीं और आपको स्टेबल स्पीड मिलती रहती है। इसके अलावा एंडवास 5G की वजह से लेटेंसी में भी कमी देखने को मिलेगी। इससे आप गेमिंग, वीडियो कॉलिंग और रियल-टाइम एप्लिकेशन स्मूद तरीके से चला पाएंगे। इसके अलावा आपको कॉल ड्रॉप्स में कमी के साथ-साथ भविष्य के लिए स्मार्ट और इंटेलिजेंट नेटवर्क की नींव देखने को मिलेगी।
क्या है Airtel का डुअल-मोड 5G?Airtel की डुअल-मोड 5G टेक्नोलॉजी 4G इंफ्रास्ट्रक्चर और 5G कोर नेटवर्क की ताकत को जोड़ती है। इस टेक्नोलॉजी के दो हिस्से हैं। पहला NSA यानी कि नॉन-स्टैंडअलोन और दूसरा SA यानी कि स्टैंडअलोन। इसमें NSA वाला हिस्सा 4G नेटवर्क की मदद से काम करता है, जिससे कवरेज ज्यादा और नेटवर्क ज्यादा स्थिर रहता है। वहीं SA वाला हिस्सा एक बिल्कुल नया, क्लाउड-बेस्ड और कम लेटेंसी वाला 5G कोर नेटवर्क इस्तेमाल करता है। यह भविष्य की टेक्नोलॉजी जैसे कि रियल-टाइम गेमिंग, स्मार्ट फैक्ट्री और कनेक्टेड कारों के काम आएगा। इसे आसान भाषा में आप इस तरह से समझ सकते हैं कि एयरटेल का डुअल-मोड 5G, मौजूदा 5G और आने वाले ए़डवांस 5G के बीच एक पुल की तरह काम करेगा।
इन जगहों पर हुआ लाइवAirtel ने अपने डुअल-मोड नेटवर्क को अभी 13 टेलीकॉम सर्कलों में फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सर्विसेज के लिए शुरू किया है। इसकी मदद से घरों और छोटे बिजनेसेज को बिना तारों के तेज और स्थिर ब्रॉडबैंड नेटवर्क जैसी स्पीड मिलेगी। वहीं कुछ शहरों में Airtel ने इसका मोबाइल नेटवर्क पायलट भी शुरू किया है। Airtel का कहना है कि पूरे देश में इस टेक्नोलॉजी को ट्रैफिक डिमांड और 5G-डिवाइस इकोसिस्टम के पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद लाया जाएगा।
क्या होगा फायदा?एयरटेल के डुअल मोड 5G की वजह से यूजर्स को कई फायदे होंगे। इससे स्टेबल इंटरनेट स्पीड मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि डुअल-मोड सिस्टम NSA और SA के बीच ऑटोमैटिक स्विच करता है, जिससे नेटवर्क अटकता नहीं और आपको स्टेबल स्पीड मिलती रहती है। इसके अलावा एंडवास 5G की वजह से लेटेंसी में भी कमी देखने को मिलेगी। इससे आप गेमिंग, वीडियो कॉलिंग और रियल-टाइम एप्लिकेशन स्मूद तरीके से चला पाएंगे। इसके अलावा आपको कॉल ड्रॉप्स में कमी के साथ-साथ भविष्य के लिए स्मार्ट और इंटेलिजेंट नेटवर्क की नींव देखने को मिलेगी।
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