'मेड इन इंडिया' गाने से हर दिलों को छूने वालीं सिंगर अलीशा चिनॉय को 1980 के दशक में काफी मुश्किलों से गुजरना पड़ा था। ये सब तब हो रहा था जब उनका करियर अपने पीक पर था। एक तरफ जहां उनका म्यूजिक करियर रफ्तार में था, वहीं पर्सनल लाइफ में उनके एक्स हसबैंड और मैनेजर राजेश झावेरी के साथ खटपट शुरू हो चुकी थी।
हाल ही में एक इंटरव्यू में अलीशा ने जिंदगी के कई पन्नों को सबके सामने खोलकर रख दिया। उन्होंने इस दौरान फाइनैंशियल स्ट्रगल से जूझने और अपने पिता के कैंसर के इलाज जैसी चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की। 'जूम' के साथ बातचीत के दौरान, अलीशा ने कहा, 'यह बहुत ही चैसलेंजिंग टाइम था। एक तरफ, मुझे अपार सफलता मिल रही थी, वहीं दूसरी तरफ मैं कई समस्याओं से जूझ रही थी। मैं अपने तलाक के दौर से गुजर रही थी, यह थोड़ा दर्दनाक समय था। हर घटना मुझे परेशान कर रही थी, इसलिए मैं अपनी सफलता को इंजॉय नहीं कर पा रही थी।'
अलीशा ने बताया- मैं बहुत ज्यादा बंधन महसूस कर रही थी
इस बारे में बातें करते हुए अलीशा ने कहा कि वो इन चीजों को और झेलने के लिए तैयार नहीं थीं। उन्होंने कहा, 'मैं बस वहां नहीं रहना चाहती थी। मैं बहुत ज्यादा बंधन महसूस कर रही थी। मैंने उससे बहुत ईमानदारी से कहा कि हमें बस दोस्त रहना चाहिए या साथ काम करना चाहिए, लेकिन यह शादी नहीं चल पा रही है। पूरा इक्वेशन बदल जाता है, उम्मीदें बदल जाती हैं और मुझे लगा कि शायद यह एक गलत फैसला था लेकिन जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो यह ठीक है क्योंकि हम आपसी सहमति से अलग होने के उस फैसले पर सहमत हुए थे।'
'जेब में कुछ भी नहीं था और मैं भाग गई'
अलीशा चिनॉय के माता-पिता को उनकी तलाक की खबर से धक्का लगा और उन्होंने उसे राजेश के साथ सुलह करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, 'मेरे माता-पिता हैरान रह गए, उन्होंने मुझे मामला सुलझाने की कोशिश करने की बात कही। मैंने उनसे कहा कि कोई बात नहीं, एक पीजी में रहने की जगह ले ली और जेब में कुछ भी नहीं था और मैं भाग गई। यह कठिन था, लेकिन मुझे बहुत सारे गाने मिल रहे थे इसलिए मैं ठीक थी। यह सिर्फ कॉन्फिडेंस ही है जो मुझे हर जगह ले गया है।'
अलीशा बोलीं- मैं पिछले 12-15 साल में एक बुरे दौर से गुजरी हूं
अलीशा की दिक्कतें यहीं तक नहीं थीं बल्कि वो अपने पिता के दर्द का भी हिस्सा बनीं। उन्होंने कहा, 'मैं पिछले 12-15 साल में एक बुरे दौर से गुजरी हूं। मेरे पिताजी को कैंसर हो गया, उन्होंने मदद मांगी और... वास्तव में उनकी मदद करने वाला कोई और नहीं था।'
कहा- मैं उदास थी और पूरी तरह टूट चुकी थी
सिगर ने आगे कहा, 'मेरे पास पैसों की कमी थी, हम कर्ज में डूबे हुए थे। कोई नहीं था, बस मैं, मैं और मैं ही इससे लड़ रही थी। मुझे नहीं लगता था कि मैं इसे कर पाऊंगी। एक समय ऐसा भी था जब मुझे लगा कि बस, अब हो गया। मैं उदास थी और पूरी तरह टूट चुकी थी। यह बहुत ही अपमानजनक और साथ ही साथ विनम्र करने वाला समय था।' बताते चलें कि अलीशा चिनॉय 1994 में अपने पति राजेश झावेरी से अलग हो गईं।
हाल ही में एक इंटरव्यू में अलीशा ने जिंदगी के कई पन्नों को सबके सामने खोलकर रख दिया। उन्होंने इस दौरान फाइनैंशियल स्ट्रगल से जूझने और अपने पिता के कैंसर के इलाज जैसी चुनौतियों के बारे में खुलकर बात की। 'जूम' के साथ बातचीत के दौरान, अलीशा ने कहा, 'यह बहुत ही चैसलेंजिंग टाइम था। एक तरफ, मुझे अपार सफलता मिल रही थी, वहीं दूसरी तरफ मैं कई समस्याओं से जूझ रही थी। मैं अपने तलाक के दौर से गुजर रही थी, यह थोड़ा दर्दनाक समय था। हर घटना मुझे परेशान कर रही थी, इसलिए मैं अपनी सफलता को इंजॉय नहीं कर पा रही थी।'
अलीशा ने बताया- मैं बहुत ज्यादा बंधन महसूस कर रही थी
इस बारे में बातें करते हुए अलीशा ने कहा कि वो इन चीजों को और झेलने के लिए तैयार नहीं थीं। उन्होंने कहा, 'मैं बस वहां नहीं रहना चाहती थी। मैं बहुत ज्यादा बंधन महसूस कर रही थी। मैंने उससे बहुत ईमानदारी से कहा कि हमें बस दोस्त रहना चाहिए या साथ काम करना चाहिए, लेकिन यह शादी नहीं चल पा रही है। पूरा इक्वेशन बदल जाता है, उम्मीदें बदल जाती हैं और मुझे लगा कि शायद यह एक गलत फैसला था लेकिन जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो यह ठीक है क्योंकि हम आपसी सहमति से अलग होने के उस फैसले पर सहमत हुए थे।'
'जेब में कुछ भी नहीं था और मैं भाग गई'
अलीशा चिनॉय के माता-पिता को उनकी तलाक की खबर से धक्का लगा और उन्होंने उसे राजेश के साथ सुलह करने के लिए कहा। उन्होंने कहा, 'मेरे माता-पिता हैरान रह गए, उन्होंने मुझे मामला सुलझाने की कोशिश करने की बात कही। मैंने उनसे कहा कि कोई बात नहीं, एक पीजी में रहने की जगह ले ली और जेब में कुछ भी नहीं था और मैं भाग गई। यह कठिन था, लेकिन मुझे बहुत सारे गाने मिल रहे थे इसलिए मैं ठीक थी। यह सिर्फ कॉन्फिडेंस ही है जो मुझे हर जगह ले गया है।'
अलीशा बोलीं- मैं पिछले 12-15 साल में एक बुरे दौर से गुजरी हूं
अलीशा की दिक्कतें यहीं तक नहीं थीं बल्कि वो अपने पिता के दर्द का भी हिस्सा बनीं। उन्होंने कहा, 'मैं पिछले 12-15 साल में एक बुरे दौर से गुजरी हूं। मेरे पिताजी को कैंसर हो गया, उन्होंने मदद मांगी और... वास्तव में उनकी मदद करने वाला कोई और नहीं था।'
कहा- मैं उदास थी और पूरी तरह टूट चुकी थी
सिगर ने आगे कहा, 'मेरे पास पैसों की कमी थी, हम कर्ज में डूबे हुए थे। कोई नहीं था, बस मैं, मैं और मैं ही इससे लड़ रही थी। मुझे नहीं लगता था कि मैं इसे कर पाऊंगी। एक समय ऐसा भी था जब मुझे लगा कि बस, अब हो गया। मैं उदास थी और पूरी तरह टूट चुकी थी। यह बहुत ही अपमानजनक और साथ ही साथ विनम्र करने वाला समय था।' बताते चलें कि अलीशा चिनॉय 1994 में अपने पति राजेश झावेरी से अलग हो गईं।
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