अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी ऋण योजना के तहत आवेदनों को बैंकों अजीब कारणों से निरस्त कर रहे हैं। एक युवती की शादी नहीं हुई थी। कुंवारी होने के कारण उसका ऋण आवदेन स्वीकार नहीं किया गया। नौरंगाबाद की गीता कुमारी ने हार्डवेयर मैन्यूफैक्चरिंग के लिए उद्योग विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया। लोन की फाइल स्वीकृति के लिए ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यवर्त पहुंची। यहां गीता का आवेदन इस तर्क के साथ अस्वीकृत किया गया कि आवेदिका के कुंवारी होने के चलते लोन नहीं दिया जा सकता है।
ऐसा सिर्फ गीता के साथ ही नहीं हुआ। आगरा रोड निवासी अदिति वर्मा और ब्रहम्नपुरी निवासी सौम्या गुप्ता के आवेदन भी कुंवारी होने के कारण रद्द कर दिया गया। कई आवेदक ऐसे भी हैं जिनका आवेदन बिना सर्वे, ऊपर से आदेश नहीं, उद्यम रजिस्ट्रेशन पुराना होने सहित अन्य कारणों से रद्द किया गया है।
इन बैंकों का प्रदर्शन निराशाजनकगौरतलब है कि अलीगढ़ में कर्ज देने को लेकर सबसे खराब प्रदर्शन पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक का है। यहां भेजे गए 3297 आवेदनों में से केवल 830 पर ही ऋण वितरित किया गया। संयुक्त आयुक्त उद्योग बीरेंद्र कुमार ने बताया कि इन आवेदनों में 1510 को निरस्त, 938 स्वीकृत एवं केवल 830 पर ऋण वितरण किया गया। ऑडिट में पाया गया कि 70 प्रतिशत आवेदन पत्र गलत तरीके से रिजेक्ट किए गए हैं।
ऋण लेने की पात्रतायोजना की पात्रता 21 से 40 वर्ष आयु, न्यूनतम 8वीं पास की शैक्षणिक योग्यता व मान्यता प्राप्त संस्थान से कौशल प्रशिक्षण प्रमाणपत्र, पांच लाख रुपये तक के उद्योगों/सेवा परियोजनाओं पर 100% ब्याज मुक्त और बिना गारंटी के लोन।
ऐसा सिर्फ गीता के साथ ही नहीं हुआ। आगरा रोड निवासी अदिति वर्मा और ब्रहम्नपुरी निवासी सौम्या गुप्ता के आवेदन भी कुंवारी होने के कारण रद्द कर दिया गया। कई आवेदक ऐसे भी हैं जिनका आवेदन बिना सर्वे, ऊपर से आदेश नहीं, उद्यम रजिस्ट्रेशन पुराना होने सहित अन्य कारणों से रद्द किया गया है।
इन बैंकों का प्रदर्शन निराशाजनकगौरतलब है कि अलीगढ़ में कर्ज देने को लेकर सबसे खराब प्रदर्शन पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक का है। यहां भेजे गए 3297 आवेदनों में से केवल 830 पर ही ऋण वितरित किया गया। संयुक्त आयुक्त उद्योग बीरेंद्र कुमार ने बताया कि इन आवेदनों में 1510 को निरस्त, 938 स्वीकृत एवं केवल 830 पर ऋण वितरण किया गया। ऑडिट में पाया गया कि 70 प्रतिशत आवेदन पत्र गलत तरीके से रिजेक्ट किए गए हैं।
ऋण लेने की पात्रतायोजना की पात्रता 21 से 40 वर्ष आयु, न्यूनतम 8वीं पास की शैक्षणिक योग्यता व मान्यता प्राप्त संस्थान से कौशल प्रशिक्षण प्रमाणपत्र, पांच लाख रुपये तक के उद्योगों/सेवा परियोजनाओं पर 100% ब्याज मुक्त और बिना गारंटी के लोन।
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