Valley of Flowers opens for tourists: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित प्रसिद्ध “फूलों की घाटी” राष्ट्रीय उद्यान को 1 जून, 2025 से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. यह विश्व धरोहर स्थल हर साल सैकड़ों-हजारों देसी-विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है, जो जुलाई से सितंबर के दौरान घाटी में खिलने वाले विभिन्न प्रकार के दुर्लभ फूलों का दीदार करने आते हैं. इसे ‘स्वर्ग का प्रवेश द्वार’ भी कहा जाता है, जहाँ प्रकृति अपने चरम सौंदर्य पर होती है.
नरेंद्रनगर वन प्रभाग, वन विभाग (उत्तराखंड) के तत्वावधान में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क ने शनिवार को अपने गेट खोल दिए हैं. पर्यटकों को नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन और गढ़वाल मंडल विकास निगम की गाइडलाइन्स के तहत प्रवेश मिलेगा. यात्रा का उद्देश्य वनस्पति विज्ञानियों और प्रकृति प्रेमियों को दुर्लभ वनस्पतियों और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने का अवसर प्रदान करना है. हालांकि, पर्यटक प्रवेश से पहले 12 से 15 दिनों तक जोशीमठ से ही फूलों की घाटी के मौसम की स्थिति और सड़क की जानकारी ले सकते हैं, जिससे यात्रा की तैयारी बेहतर तरीके से की जा सके.
फूलों की घाटी हिमालय में लगभग 87.50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है और यह फूलों की 500 से अधिक प्रजातियों का घर है. यह क्षेत्र विभिन्न औषधीय पौधों और वन्यजीवों जैसे एशियाई काले भालू, हिम तेंदुआ, भूरा भालू और नीली भेड़ (भरल) का भी निवास स्थान है. 2005 में यूनेस्को ने इस घाटी को विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया था. यह घोषणा इस अनूठे पारिस्थितिकी तंत्र और इसकी असाधारण जैव विविधता के संरक्षण के महत्व को दर्शाती है. पर्यटक अक्सर यहां शांति, एकांत और प्रकृति की अनुपम सुंदरता का अनुभव करने आते हैं.
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