News India Live, Digital Desk: Mahalaxmi Yantra : सनातन धर्म में श्री यंत्र को बहुत ही पूजनीय और शक्तिशाली माना गया है. यह सिर्फ एक आकृति नहीं, बल्कि धन और समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी का वास माना जाता है. कहते हैं, जो व्यक्ति श्री यंत्र को विधि-विधान से अपने घर या कार्यस्थल पर स्थापित करता है, उसे धन-दौलत, सुख-समृद्धि और मान-सम्मान की कभी कमी नहीं होती. लेकिन इसकी स्थापना और पूजा के कुछ खास नियम होते हैं, जिनका पालन करना बेहद ज़रूरी है. अगर आप भी अपने जीवन में खुशहाली और लक्ष्मी कृपा चाहते हैं, तो इन नियमों को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है.श्री यंत्र स्थापित करने के खास नियम और विधि:शुद्धि और स्नान: श्री यंत्र स्थापित करने से पहले स्वयं शुद्ध होकर स्नान करें. उस स्थान को भी अच्छी तरह साफ कर लें जहाँ यंत्र स्थापित करना है.सही दिशा और स्थान: श्री यंत्र को हमेशा घर की उत्तर-पूर्व दिशा में या फिर पूजा घर में स्थापित करें. कार्यस्थल पर इसे कैश काउंटर या अपने बैठने की जगह के पास रख सकते हैं. इसे ऐसे स्थान पर रखें जहाँ इसकी पवित्रता बनी रहे.स्वच्छता: श्री यंत्र को रखने के लिए एक लाल रंग का स्वच्छ कपड़ा बिछाएं. उस पर गंगाजल छिड़ककर स्थान को शुद्ध करें.स्थापना का तरीका: श्री यंत्र को धातु की प्लेट या लकड़ी के पट्टे पर रख सकते हैं. ध्यान रहे, इसका ऊपरी सिरा (जो त्रिभुज का नुकीला भाग होता है) उत्तर दिशा की ओर हो.पूजा विधि:स्थापित करने के बाद, धूप, दीप जलाएं.गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों से श्री यंत्र पर अर्पण करें.फिर अक्षत (अखंड चावल) अर्पित करें.एक छोटी कटोरी में केसर और चंदन का मिश्रण बनाकर उससे यंत्र पर तिलक लगाएं.घी का दीपक जलाएं और माता लक्ष्मी की आरती करें."ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः" मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें.अपनी इच्छा अनुसार मिठाई या फल का भोग लगाएं.नियमित पूजा: एक बार स्थापित करने के बाद श्री यंत्र की रोज सुबह या शाम को आरती और पूजा करें. अगर संभव न हो तो कम से कम धूप-दीप अवश्य जलाएं.पूर्ण विश्वास: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि श्री यंत्र की स्थापना और पूजा पूरे विश्वास और सच्ची श्रद्धा के साथ करनी चाहिए. बिना विश्वास के किसी भी पूजा का फल नहीं मिलता.सात्विक भोजन: जिस दिन श्री यंत्र स्थापित कर रहे हों और उसकी नियमित पूजा के दिनों में सात्विक भोजन करें.इन नियमों का पालन करते हुए श्री यंत्र की स्थापना करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, घर में धन, वैभव, सुख-शांति आती है और सभी बाधाएं दूर होती हैं.
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