वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका के बाहर निर्मित फिल्मों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। ट्रम्प ने कहा है कि अमेरिकी फिल्म उद्योग या हॉलीवुड बहुत तेजी से खत्म हो रहा है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि अन्य देश अमेरिकी फिल्म निर्माताओं को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर कहा है कि यह अन्य देशों द्वारा किया जा रहा एक मजबूत प्रयास है और इसलिए यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। हॉलीवुड और अमेरिका के अन्य क्षेत्र नष्ट हो रहे हैं। ट्रंप ने आगे कहा है कि हम चाहते हैं कि अमेरिका में फिर से फिल्में बनें। तत्कालीन वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने भी इस संबंध में एक्स पर एक पोस्ट किया था। उन्होंने पोस्ट में कहा कि हम इस पर काम कर रहे हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि पिछले दशक में लॉस एंजिल्स में फिल्म और टेलीविजन निर्माण में लगभग 40 प्रतिशत की गिरावट आई है। ट्रम्प ने घरेलू फिल्म निर्माण की ओर लौटने की आवश्यकता पर बल दिया है।
ट्रम्प ने कहा है कि हम चाहते हैं कि अमेरिका में फिर से फिल्में बनें। नये टैरिफ का उद्देश्य प्रतिस्पर्धा के मैदान को समान बनाना तथा स्टूडियोज़ को अमेरिकी धरती पर अपना परिचालन जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना है।
ट्रंप की घोषणा के बाद भारतीय फिल्म निर्माता भी टेंशन में हैं। सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, तेलुगु, तमिल और मलयालम उद्योगों के फिल्म राजस्व का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है। यदि अमेरिका शूटिंग स्थान या स्टूडियो के आधार पर विदेशी फिल्मों पर टैरिफ लगाता है, तो इससे भारतीय प्रोडक्शन को भारी नुकसान होगा। हालांकि, ये सारी बातें तभी स्पष्ट होंगी जब अमेरिका में विदेशी फिल्मों पर टैरिफ नीति को अंतिम रूप दिया जाएगा और उसका ब्यौरा सामने आएगा।
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