अंता विधानसभा उपचुनाव अब अपने अंतिम और निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुका है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल इस चुनावी रण को जीतने के लिए पूरी राजनीतिक ताकत झोंक चुके हैं। मतदान से कुछ ही दिन पहले यह मुकाबला अपने चरम पर पहुंच चुका है, जहां दोनों पार्टियां हर संभव प्रयास कर रही हैं कि अपने प्रत्याशी को विजयी बनाएं।
कांग्रेस ने इस चुनाव में मैदान में करीब 300 नेताओं की फौज उतार दी है। इसमें सांसदों, पीसीसी पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के अलावा स्थानीय नेताओं को भी हर गांव और बूथ पर तैनात किया गया है। इसका उद्देश्य मतदाताओं तक सीधे पहुंचना और उन्हें कांग्रेस की नीतियों एवं उम्मीदवार की उपलब्धियों से अवगत कराना है। कांग्रेस का मानना है कि इस रणनीति से मतदाताओं में प्रत्याशी के प्रति विश्वास और समर्थन बढ़ेगा।
वहीं भाजपा ने भी पुराने और बड़े चेहरे का प्रचार में इस्तेमाल किया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाई और पार्टी के लिए समर्थन जुटाया। आज अंता विधानसभा में वसुंधरा राजे और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का संयुक्त रोड शो आयोजित किया गया, जो चुनाव प्रचार का मुख्य आकर्षण बना। इस रोड शो के माध्यम से दोनों दल यह संदेश देना चाहते हैं कि उनके संगठन में एकजुटता है और वे जनता के साथ मजबूती से खड़े हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस अंतिम चरण में रोड शो और जनसंपर्क अभियान निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, दोनों पार्टियों ने पूरी तरह कसकर चुनावी तैयारी की है और उनका उद्देश्य मतदाताओं को अंतिम समय तक अपने पक्ष में करना है।
अंता में आज के रोड शो के दौरान दोनों दलों के वरिष्ठ नेता और स्थानीय कार्यकर्ता सक्रिय रहे। जनता का उत्साह और समर्थन देखने लायक था। रास्तों पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और नेताओं का स्वागत किया। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि रोड शो न केवल जनसंपर्क का अवसर है, बल्कि यह जनता के मनोबल और मतदान निर्णय पर भी असर डाल सकता है।
कांग्रेस और भाजपा के मुकाबले ने उपचुनाव को सियासी दृष्टि से बेहद अहम बना दिया है। दोनों दलों ने मतदाताओं तक पहुंचने के लिए प्रचार के हर साधन का इस्तेमाल किया है – रोड शो, घर-घर संपर्क, सोशल मीडिया अभियान और स्थानीय नेताओं की सक्रिय भागीदारी।
अंतिम दिन तक यह मुकाबला बेहद प्रतिस्पर्धात्मक रहने की संभावना है। विश्लेषक मानते हैं कि रोड शो और जनसंपर्क अभियान का प्रभाव चुनाव परिणामों में निर्णायक साबित हो सकता है। मतदान के पूर्व यह अंतिम प्रयास दोनों दलों के लिए अपने उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने का मौका है।
इस प्रकार, अंता विधानसभा उपचुनाव में आज का दिन न केवल प्रचार का प्रमुख दिन है, बल्कि यह जनता के निर्णय पर असर डालने वाला निर्णायक क्षण भी माना जा रहा है।
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