सिरसा, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । स्थानीय पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए एक अंतरराज्यीय नशा तस्कर को लाखों रुपये के 53 किलोग्राम चूरापोस्त सहित गिरफ्तार किया है। डीएसपी कालांवाली संदीप सिंह ने रविवार को डबवाली में प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। आरोपी ने गांव देसूजोधा के निकट सडक़ किनारे झाडिय़ों में चूरापोस्त छिपाकर रखा हुआ था। तस्कर की पहचान पंजाब के बठिंडा जिला निवासी तरसेम सिंह उर्फ सेमी के रूप में हुई है।
डीएसपी ने बताया कि सीआईए प्रभारी राजपाल टीम के साथ क्षेत्र में गश्त पर थे। इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि बठिंडा निवासी तरसेम सिंह नशा तस्करी का काम करता है और उसने गांव देसूजोधा के निकट सडक़ किनारे झाडिय़ों में भारी मात्रा में चूरापोस्त छिपाकर रखा हुआ है। पुलिस ने सूचना के आधार पर मौके पर छापामार कार्रवाई की। मौके पर खड़ा एक व्यक्ति झाडिय़ों की तरफ भागने लगा। पुलिस ने उसे दबोच लिया। झाडिय़ों में तिरपाल के नीचे प्लास्टिक के थैले छिपाकर रखे हुए थे। तलाशी लेने पर 53 किलोग्राम चूरापोस्त बरामद हुआ, जिसकी की कीमत करीब चार लाख रुपये आंकी जा रही है। आरोपी के खिलाफ डबवाली थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। डीएसपी ने बताया कि अरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और चूरापोस्त तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
इसके अलावा पुलिस ने हेरोइन तस्करी में वांछित सप्लायर को गिरफ्तार किया है। डबवाली शहर थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि पुलिस ने मंडी डबवाली से गुरजोत सिंह व विनोद को हेरोइन सहित गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सचिन उर्फ मलूका सिंह से हेरोइन खरीदी है। पुलिस ने सचिन के खिलाफ भी मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सचिन उर्फ मलुका को अदालत में पेश किया जाएगा।
—————
(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
You may also like
कुली: राजिनीकांत की फिल्म ने 300 करोड़ के करीब पहुंचा
मोगरा में विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल की बैठक संपन्न
धमतरी : रानी सती मंदिर में आयोजित मंगलपाठ में उमड़े श्रद्धालु
धमतरी में किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष आलोक ठाकुर का हुआ स्वागत
धमतरी : भंगाराव माई दरबार में दोषी देवी-देवताओं को मिलती है सजा, यात्रा में जीवंत है न्याय की परंपरा