पटना, 14 मई . बिहार के नालंदा जिले के उतरथु गांव निवासी बीएसएफ जवान सिकंदर राउत जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर में पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हो गए. इस खबर से पूरे गांव में मातम छा गया.
सिकंदर राउत कुछ महीने पहले तक झारखंड के रांची में पदस्थापित थे. भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए उन्हें कुपवाड़ा बुलाया गया. वहां तैनाती के दौरान एक आतंकी मुठभेड़ में वे गंभीर रूप से घायल हो गए. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई और देश ने एक और जांबाज सपूत को खो दिया.
सिकंदर राउत के शहादत की खबर उनकी पत्नी को मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए मिली. शहीद सिकंदर राउत के चचेरे भाई रामरतन राउत ने बताया कि सिकंदर को कुछ महीने पहले ही रांची से कुपवाड़ा भेजा गया था. वे हमेशा देश सेवा के लिए तत्पर रहते थे लेकिन इस बार उनकी वापसी शव के रूप में हो रही है.
पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने कहा कि अभी तक बीएसएफ या किसी वरीय अधिकारी से इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. बिंद थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने भी कहा कि विभागीय स्तर पर उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन ग्रामीणों ने सूचना दी है कि सिकंदर राउत शहीद हो गए हैं. सिकंदर राउत दो भाइयों में छोटे थे और अपने पूरे परिवार के लाडले थे. उनकी 10 साल पहले शादी हुई थी और उनके दो बच्चे हैं. एक बेटा 8 साल और दूसरा 4 साल का है.
सिकंदर राउत का पार्थिव शरीर 15 मई को गांव लाया जाएगा, जहां उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. स्थानीय प्रशासन और सेना के अधिकारी अंतिम संस्कार में शामिल होंगे.
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/ चंदा कुमारी
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