कोलकाता, 06 मई . पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दो हफ्ते बाद तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र सरकार से 14 तीखे सवाल पूछे हैं. पार्टी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इन सवालों को साझा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाबदेही तय करने की मांग की.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन में चार संदिग्ध आतंकियों ने 26 नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावरों ने पीड़ितों की धार्मिक पहचान की पुष्टि के बाद हमला किया. मारे गए लोगों में एक स्थानीय कश्मीरी गाइड भी शामिल था. इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर भारत लौटना पड़ा था.
हमले के बाद केंद्र सरकार के मंत्री और भाजपा नेता पाकिस्तान विरोधी बयानबाजी में जुट गए, जबकि सोशल मीडिया पर कई पाकिस्तानी कलाकारों और खिलाड़ियों के खातों को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया. तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र पर घाटी में सामान्य स्थिति के दावों के बीच सुरक्षा चूक का आरोप लगाया है.
तृणमूल ने सवाल किया कि हमले के इतने दिन बाद भी सभी आतंकी फरार क्यों हैं? जांच की स्थिति क्या है? कितने लोगों को इस हमले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है?
इसके साथ ही पार्टी ने पूछा कि जब 24 अप्रैल को केंद्र ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, तो प्रधानमंत्री ने बिहार में चुनाव प्रचार को प्राथमिकता क्यों दी? तृणमूल ने यह भी आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सहित प्रमुख विपक्षी नेताओं को उस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया था.
पार्टी ने आगे पूछा कि सुरक्षा एजेंसियों ने जो चेतावनियां नजरअंदाज कीं, उन पर क्या कार्रवाई हुई? जब केंद्र ने सुरक्षा चूक स्वीकार की, तब क्या कदम उठाए गए?ि
तृणमूल ने यह भी सवाल उठाया कि बैसारन जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल के आसपास पांच किलोमीटर तक कोई सुरक्षाबल क्यों नहीं तैनात था, जबकि यह इलाका पहले भी आतंकी हमलों का गवाह रहा है.
पार्टी ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने अब तक 26 पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात क्यों नहीं की और उन परिवारों की जवाबदेही कौन तय करेगा, जिन्होंने केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं?
मृतकों में तीन लोग बंगाल के थे, जबकि हुगली के रहने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवान पी. के. साव घटना के कुछ दिन बाद पाकिस्तानी रेंजर्स के हाथों पकड़े गए और अब तक पाकिस्तान की हिरासत में हैं. तृणमूल ने केंद्र से पूछा कि साव की रिहाई के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं.
इसके अलावा, नौसेना अधिकारी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल, जो शांति की अपील कर रही हैं, उन्हें लगातार ट्रोल किया जा रहा है. तृणमूल ने पूछा कि “हेट क्राइम” पर सरकार क्या कार्रवाई कर रही है और भाजपा समर्थित ट्रोल्स के खिलाफ केंद्र ने क्या कदम उठाए?
पार्टी ने गृह मंत्री अमित शाह के हमले के अगले ही दिन कश्मीर दौरे और उनके स्वागत पर भी सवाल उठाया और पूछा कि केंद्र ने दीर्घकालिक आतंकवाद विरोधी नीति के तहत क्या नए कदम उठाए हैं और अन्य पर्यटन स्थलों की सुरक्षा के लिए क्या योजनाएं बनाई गई हैं.
तृणमूल कांग्रेस ने इस पूरे मामले में पारदर्शिता, जवाबदेही और ठोस कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलना चाहिए और सुरक्षा चूक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
/ ओम पराशर
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