गाजियाबाद, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . गाजियाबाद के विभिन्न जगहों पर रहने वाले तीन लोग साइबर ठगी के शिकार हुए. घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
सहायक पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम सूर्य बली मौर्य ने बताया कि साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर एक युवक से 11 लाख रुपये हड़प लिए. जालसाजों ने शुरू में ऑनलाइन मुनाफा दर्शाया और फिर निवेश के नाम पर मोटी रकम ट्रांसफर करा ली. ठगी के संबंध में पीड़ित ने साइबर थाने में आज केस दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि इंदिरापुरम के शक्तिखंड-दो निवासी गगन के अनुसार दो अगस्त 2025 को फेसबुक पर उनकी बातचीत श्रुति सेठ नाम की महिला से हुई. उसने कहा कि उसका मुम्बई में पीआरएस ब्यूटी है. चार अगस्त को उसने उनका नंबर लेकर व्हाट्सऐप पर संपर्क किया और उसे मार्केट एक्सेस नामक ट्रेडिंग कम्पनी के बारे में बताया. इसके बाद श्रुति सेठ ने उन्हें एक लिंक भेजकर उसमें अकाउंट बनाने को कहा. उन्होंने उस पर खाता बनाया और शुरुआती तौर पर 50 हजार रुपये निवेश किए. थोड़े ही समय में उनके खाते में 55 हजार 760 रुपये का मुनाफा दिखाया गया और यह रकम उनके बैंक खाते में वापस भी आ गई.
गगन का कहना है कि इससे उन्हें कम्पनी पर भरोसा हो गया. इसके बाद महिला ने उन्हें और निवेश करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि अगर वह दो लाख रुपये और नहीं लगाते हैं तो उनका ट्रेडिंग अकाउंट फ्रीज हो जाएगा. भरोसे में आकर उन्होंने दो लाख रुपये और भेज दिए. इसके बाद आरोपी महिला ने उन पर और रकम भेजने का दबाव बनाया. गगन का कहना है कि उन्होंने अपने और पत्नी के खाते से अलग-अलग तारीखों में कुल 11 लाख रुपये भेज दिए. पीड़ित का कहना है कि 30 दिन बाद उन्होंने रकम निकालने की कोशिश की तो उनसे 8.40 लाख रुपये टीडीएस के रूप में जमा कराने के लिए कहा गया. इस पर उन्हें शक हुआ और उन्होंने रकम नहीं भेजी. एसीपी क्राइम सूर्यबली मौर्य का कहना है कि शिकायत के आधार पर आज साइबर क्राइम पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
उन्होंने बताया कि एक अन्य मामले में साइबर अपराधियों ने शेयर ट्रेडिंग में निवेश पर मुनाफे का झांसा देकर चार्टर्ड अकाउंटेंट से 29.12 लाख रुपये ठग लिए. उन्होंने बताया कि वैशाली के क्लाउड-नौ में रहने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट अनूप कुमार प्रसाद ने बताया कि उन्हें 17 अगस्त 2025 को एक व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया. इस ग्रुप में शामिल निधि अग्रवाल और धीरज रेली बताने वाले लोगों ने उनसे शेयर ट्रेडिंग में निवेश पर मोटे मुनाफे का झांसा दिया.
पीड़ित के मुताबिक 19 अगस्त से पांच सितम्बर के बीच विभिन्न खातों में आरटीजीएस और एनईएफटी के माध्यम से कुल 29.11 लाख रुपये का निवेश किया. पीड़ित का कहना है कि जिन बैंक खातों में रकम ट्रांसफर कराई गई, जालसाजों ने उन्हें एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एसेट मैनेजमेंट अकाउंट और क्लाइंट एस्क्रो अकाउंट बताकर वैध बताया गया था. ग्रुप में उन्हें 46.31 लाख रुपये के लाभ का झांसा दिया गया, लेकिन निवेश के बाद न तो उन्हें लाभ मिला और न ही मूल राशि वापस मिली. जालसाजों ने पहले पांच फीसदी कमीशन फिर टैक्स और ऋण मार्जिन रकम के नाम पर उनसे धनराशि की मांग की. अनूप कुमार प्रसाद का कहना है कि ठगी का शक होने पर उन्होंने आज गाजियाबाद के साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. एसीपी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है
उन्होंने बताया कि कौशाम्बी थानाक्षेत्र में रहने वाले बीटेक छात्र से एक युवक ने स्टॉक में निवेश के नाम पर 1.53 लाख रुपये लिए. रुपये लौटाने को कहने पर आरोपी ने उसको और परिजनों को जान से मारने की धमकी दी. शिकायत पर Monday को पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है. उन्होंने बताया कि अनुज शर्मा बीटेक द्वितीय वर्ष के छात्र हैं. इसकी शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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(Udaipur Kiran) / सुरेश चौधरी
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