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माता भद्रकाली भराड़ी मंदिर कमेटी और पुजारियों की बीच विवाद

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मंडी, 09 सितंबर (Udaipur Kiran) । मंडी जिला के सुंदरनगर के स्थित माता भद्रकाली भराड़ी मंदिर कमेटी और माता के पुजारियों के बीच माता के सिंगार कक्ष को चौकीदार को देने का मामला अभी थमा नहीं है। अब माता के श्रद्धालुओं में नया विवाद खड़ा हो गया है। आरटीआई के तहत दानियों के नाम की जानकारी मांगी गई। लेकिन कमेटी प्रबंधन ने सरकार से लाखों की राशि प्राप्त करने के बावजूद जानकारी देने से इनकार कर दिया। जिससे क्षेत्र वासी और कुलजू भड़क गए हैं और मंदिर कमेटी को हटाने की मांग कर रहे है।

माता के करीब दस श्रद्धालुओं ने हाल ही में एसडीएम सुंदरनगर से मंदिर कमेटी के दानियों के नाम की जानकारी मांग की है। सुंदरनगर एसडीएम को मंदिर कमेटी ने झूठ जानकारी सौंप दी है। मंदिर परिसर में एक पटल पर अंकित की गई दानियों की सूची में ही सरकार द्वारा लाखों की राशि प्राप्त की गई है। कमेटी ने एसडीएम को दिए जवाब में कहा कि मंदिर कमेटी को सरकार द्वारा कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है, इससे कमेटी के आय व्यय आरटीआई के दायरे में नहीं आता है।

गौर हो कि कमेटी प्रबंधन द्वारा मंदिर के गर्भ गृह के साथ लगते माता के सिंगार व शयन कक्ष पर ताला लगा कर करीब पहले से चौकीदार को सौंप दिया है। जहां चौकीदार का बिस्तर लगाया गया है। इस घटना का पता चलते ही माता के भगत, कुलजू और मंदिर पुजारी भड़क गए और एसडीएम से मामले की शिकायत की गई। आरोप है कि बीते 10 जून को एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी द्वारा दोनों पक्षों की बैठक आयोजित की गई है। कमेटी को 19 जुलाई तक चौकीदार से कमरा लेकर पूजा के लिए देने को आदेश किए है। रोष जताया गया कि प्रशासन के आदेश का दरकिनार कर आज तक कमरे में चौकीदार का बिस्तर लगा हुआ है और कमरे पर ताला लगा हुआ है।

स्थानीय लोगों ने बैठक का आयोजन कर रोष जताया कि कमेटी धार्मिक आस्था के खिलाफ जा कर कार्य कर रही है। माता के श्रद्धालु स्थानीय समाजसेवी अरूण शर्मा ने कहा कि कमेटी प्रबंधन व्यक्तिगत स्वार्थ के चक्कर में सुंदरनगर एसडीएम को भी झूठी जानकारी देकर गुमराह कर रहा है। अरूण शर्मा ने कहा कि मंदिर को सरकार की ओर लाखों की राशि प्राप्त होने के बावजूद कमेटी ने छुपाई है। इसके हम लोगों ने अपने स्तर पर सारे सबूत जुटा लिए है। कमेटी को रद करने के निर्देश के बावजूद न जांच की जा रही है और न ही कार्रवाई की जा रही है।

इधर, मंदिर के पुजारी सौरभ शर्मा ने कहा कि माता के सिंगार कक्ष को चौकीदार को देकर कमेटी द्वारा धार्मिक आस्थाओं के साथ जानबूझ कर छेड़छाड़ की जा रही है। चिंताजनक है कि नवरात्रे भी आने वाले हैं और माता के सिंगार कक्ष को चोकीदार का बिस्तर लगाया गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर में तीसरी मंजिल पर निर्माण कार्य शुरू किया गया है और करीब 45 लाख की सामग्री लाई गई है। लेकिन माता के सिंगार कक्ष को नहीं खोला जा रहा है। उन्होने प्रशासन ने जल्द कार्रवाई की मांग की है।

स्थानीय वासी कुलजू भूषण शर्मा ने कहा कि माता के शयन सिंगार कक्ष में चौकीदार का बिस्तर लगाना गलत है। लोगों और कुलजूओं की धार्मिक आस्था और भावनावों की कमेटी को कोई चिंता नहीं है। उन्होनें कहा कि और कमेटी के लोग फर्जी तरीके से पदों पर बने है और प्रशासन मंदिर कमेटी के फर्जी तरीके से किए गए गठन के मामले के करीब छह वर्ष के ढुलमुल रवैया अख्तियार किए हुए है और फर्जी दस्तावेजों के खिलाफ कोई सही कारवाई करने में नाकाम रहा है। कमेटी एसडीएम के आदेश की कमेटी द्वारा परवाह नहीं कर रही है यह चिंताजनक है।

एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी का कहना है कि मंदिर मामले में दोनों पक्षों की बैठक बुलाई गई है और सिंगार कक्ष के ताले को खोलने के आदेश किए गए थे। इसय सबंध में मामला संज्ञान में आया है और नवरात्रे भी आ रहे है। कमेटी को दोबारा बुला कर आदेश किए जाएंगे।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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