मंडी, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । मंडी जिला के सराज एवं बालीचौकी विकास खंड में सेब की फसल को बाहरी मंडियों में भेजने का कार्य जारी है। इन सेब उत्पादक क्षेत्रों से अभी तक सेब की लगभग पांच लाख 26 हजार कार्टन मंडियों को भेजी जा चुकी हैं। इनमें थुनाग क्षेत्र से लगभग 69 हजार कार्टन, छत्तरी क्षेत्र से 1.29 लाख कार्टन, बगस्याड क्षेत्र से 1.13 लाख कार्टन, जंजैहली क्षेत्र से लगभग 44 हजार कार्टन, बालीचौकी 1.09 लाख कार्टन सेब भेजा जा चुका है। इसके अतिरिक्त सदर क्षेत्र से लगभग 62 हजार सेब कार्टन मंडियों को भेजे जा चुके हैं। उपनिदेशक बागवानी डॉ. संजय गुप्ता ने बुधवार काे ये जानकारी दी ।
उन्होंने बताया कि दुर्गम क्षेत्रों में तार स्पैन के माध्यम से भी सेब की ढुलाई मुख्य सड़क मार्गों तक की जा रही है। आपदा से बुरी तरह प्रभावित थुनाग तहसील की पखरैर पंचायत के देजी गांव से तार स्पैन के माध्यम से 532 सेब कार्टन की ढुलाई की गई। यहां कुल सेब उत्पादन 11.3 मिट्रिक टन के लगभग हुआ है। गांव के लगभग सभी सेब उत्पादक अपनी फसल की ढुलाई का कार्य पूरा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि बालीचौकी के थाची, गत्तू व पंजाई क्षेत्रों में सेब की ग्रेडिंग व ढुलाई का कार्य जारी है।
उधर, मंडी जिला के सेब बहुल क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित सड़क परिवहन को सुचारू करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन लोक निर्माण विभाग व संबंधित एजेंसियों से समन्वय स्थापित करते हुए इसके लिए दिन-रात कार्य कर रहा है। पंजाईं से थलौट तक सड़क मार्ग खुल चुका है, जबकि थाची के लिए वाया शैटाधार, गाड़ागुशैणी के लिए वाया जंजैहली, सोमगाड़, गुराण व घाट के लिए वाया शैटाधार तथा बागाचुनौगी पंचायत में वाया दयोल सड़क से परिवहन सेवाएं संचालित की जा रही हैं।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
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